चंडीगढ़: अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को प्रदेश कांग्रेस ने हरियाणा में प्रदर्शन (haryana congress protest against agnipath) किया. कांग्रेस की तरफ से ये प्रदर्शन देशव्यापी स्तर पर किया गया. जिसे सत्याग्रह आंदोलन का नाम दिया गया. जिसके तहत हरियाणा के सभी 22 जिलों में कांग्रेस ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया (congress protest against agnipath scheme) और केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की.
रेवाड़ी में राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने अग्निपथ स्कीम का विरोध किया. रेवाड़ी के राजीव चौक पर कांग्रेसी नेताओं ने 3 घंटे सत्याग्रह आंदोलन चलाया. इसमें राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव, रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव, पूर्व विधायक यादुवेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अग्निपथ योजना ना राष्ट्रीय हित में है, ना फौज में है और ना ही नौजवानों के हित में है. उन्होंने कहा कि हम देश की सेना को किसी भी कीमत पर कमजोर होता नहीं देख सकते.
यमुनानगर कांग्रेस में दिखी गुटबाजी! यमुनानगर में अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस ने जगाधरी में प्रदर्शन किया. जगाधरी लघु सचिवालय के बाहर कांग्रेस नेताओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में डीसी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कांग्रेस में गुटबाजी भी देखने को मिली. रादौर से विधायक बिशनलाल सैनी की कॉल को दूसरे गुट के नेताओं ने सीरियस नहीं लिया, लिहाजा प्रदर्शन में कम ही नेता शामिल हुए.
फरीदाबाद में कांग्रेस ने अग्निपथ योजना के विरोध में सत्याग्रह आंदोलन किया. फरीदाबाद बड़खल तहसील के पास कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. इस मौके पर कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि सेना में लाखों पद खाली पड़े हैं, लेकिन उन्हें भरने के बजाय ठेके पर दिया जा रहा है. कांग्रेस अपनी देश की सेनाओं को किसी सूरत में कमजोर नहीं होने देगी.
सोनीपत लघु सचिवालय में कांग्रेस ने अग्निपथ योजना का विरोध किया. सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, जयवीर वाल्मीकि और हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धर्मपाल मलिक के नेतृत्व में ये प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में युवाओं में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस योजना से सरकार युवाओं को भ्रमित कर रही है. अगर सरकार युवाओं के प्रति संवेदनशील है, तो इस योजना को तुरंत वापस ले.
फतेहाबाद में अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस ने लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस योजना के तहत सराकर युवाओं के हितों पर कुछाराघात कर रही है. पिछले दो-तीन साल से भर्ती ही नहीं की गई. जिससे 20 हजार से ज्यादा युवाओं के हाथों से रोजगार छिन गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि 4 साल रिटायर्ड युवाओं को हरियाणा में रोजगार देंगे, लेकिन सीएम भूल गए हैं कि उनकी सीट की ही कोई गारंटी नहीं, तो वो युवाओं को किस हक से गारंटी दे रहे हैं.
पानीपत में अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस ने लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इस सत्याग्रह आंदोलन में शामिल हुए. यूथ कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वो इस योजना को वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस सड़कों पर लड़ाई लड़ती रहेगी. कांग्रेस ने इस योजना को पूरी तरह से युवा विरोधी बताया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार फौज के टुकड़े करना चाहती है. सरकार पढ़े लिखे युवाओं को चौकीदार बनाना चाहती है.
हिसार में अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने सत्याग्रह आंदोलन चलाया. अग्निपथ योजना को युवाओं के लिए घातक बताते हुए कांग्रेस ने केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की बात कही. कांग्रेस नेता अनिल मान और धर्मवीर गोयत ने कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य को खत्म करने की योजना है, इसी के विरोध में कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरी है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की इस योजना से भारतीय सेना कमजोर हो जाएगी, जो किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है.
करनाल में अग्निपथ योजना के विरोध में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने करनाल लघु सचिवालय के सामने धरना दिया. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि अग्निपथ योजना को रद्द कर पुरानी भर्ती को बहाल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना ना नौजवानों के हित में है, ना ही फौज के हित में है और ना ही देश के हित में है. इस अग्निपथ योजना को वापस लिया जाना चाहिए, क्योंकि इसमें मात्र 6 महीने की ट्रेनिंग दर्शाई गई है. 6 महीने में कोई भी सैनिक इस योग्य नहीं हो सकता कि वो चीन और पाकिस्तान जैसे देशों से लड़ाई लड़ सके. सरकार का सेना को कमजोर करने का ये सोचा समझा षड्यंत्र है.