चंडीगढ़ : वैसे तो तीन दिन वाले हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान पक्ष-विपक्ष में तीखी नोंक-झोंक और जोरदार बहस देखने को मिली लेकिन उस वक्त हरियाणा विधानसभा का माहौल बदल गया जब राज्य गीत पर चर्चा शुरू हुई. इस दौरान विधायकों ने अपने गाने का हुनर भी सदन में खूब दिखाया.
कृष्ण और ब्रज की महिमा : राज्य गीत के चयन को लेकर चर्चा शुरू हुई तो सबसे पहले मेवात के पुनहाना से विधायक चौधरी मोहम्मद इलियास ने कहा कि जो भी गाना बने, उसमें ब्रज क्षेत्र की बात जरूर आनी चाहिए. उन्होंने गोवर्धन पर्वत का जिक्र करते हुए कृष्ण और ब्रज की महिमा को लेकर स्थानीय भाषा में एक गाना भी सदन में गुनगुनाया जिससे सदन का माहौल काफी सौहार्दपूर्ण हो गया.
तेरी मिट्टी में मिल जावा : वहीं बीजेपी भी कहां पीछे रहने वाली थी. बीजेपी के विधायक लक्ष्मण यादव ने भी इस मौके पर अपनी आवाज का खूब जादू बिखेरा. उन्होंने केसरी फिल्म का देश भक्ति का गीत गाया और माहौल को जोशीला बना दिया. केसरी फिल्म के गीत 'तेरी मिट्टी में मिल जावा' को जब उन्होंने सदन में गाया तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इतने ज्यादा खुश हुए कि उन्होंने लक्ष्मण यादव को गाने के चयन के लिए बनाए जाने वाली कमेटी का चेयरमैन बनाने की स्पीकर से अनुशंसा कर दी. इसके बाद स्पीकर ने कहा कि इस कमेटी के चेयरमैन लक्ष्मण यादव ही होंगे.
गोरी नार का जिक्र : इस बीच गीत को लेकर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एक गीत में गोरी नार का जिक्र किया गया है. ऐसे में जो काली नार है वे कहां जाएंगी. इस गीत में निश्चित तौर पर सुधार की जरूरत है. वहीं कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि गीत काफी अच्छे हैं. लेकिन एक गीत में नई बिजली आई की बात कही गई है, जबकि हरियाणा में तो 1970 में ही बिजली आ गई थी. इसलिए इस गीत में थोड़ा बदलाव जरूर होना चाहिए.
सिख धर्म का भी हो जिक्र : वहीं गाने को लेकर हुई चर्चा में गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि पहला गीत अच्छा है. लेकिन इसमें सिख धर्म को छोड़कर बाकी सभी धर्मों का जिक्र किया गया है. इसलिए ये अच्छा रहेगा कि इसमें सिख धर्म का भी जिक्र किया जाए. वहीं कांग्रेस विधायक बी.बी.बत्रा ने कहा कि गीतों का संगीत ज्यादा अच्छा नहीं है. इसमें सुधार की जरूरत है.
जनता की भी ली जाए राय : कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि हरियाणा में देश भर से लोग आते हैं. ऐसे में ब्रज भी इसी का हिस्सा है. इसका भी जिक्र होना चाहिए. कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने कहा कि राज्य गीत में जनता की राय लेने के लिए कॉल जरूर करवाने चाहिए. वहीं विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र का नाम भी इन गीतों में जोड़ा जाए क्योंकि कुरुक्षेत्र को पूरी दुनिया में जाना जाता है.
तीन गानों में से होना था सिलेक्शन : आपको जानकारी के लिए बता दें कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन सरकार की तरफ से राज्य गीत के लिए तीन गाने सदन के पटल पर रखे गए थे और इनमें से किसी एक गीत का चुनाव राज्य गीत के तौर पर एक साल के लिए किया जाना था. लेकिन इसे लेकर विधायकों की अलग-अलग राय होने के चलते राज्य गीत का सिलेक्शन नहीं हो पाया. हालांकि इसके लिए 5 सदस्यों की कमेटी अलबत्ता जरूर बना दी गई. लेकिन खैर राज्य गीत पर हुई इस चर्चा ने तीखी नोंक-झोंक वाले वातावरण में जरा सी मिठास जरूर घोल दी.