चंडीगढ़: बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट 2023 पेश किया. अब इसपर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई हैं. बजट को लेकर विशेषज्ञ और अर्थशास्त्री अलग अलग राय रख रहे हैं. सीआईआई के अध्यक्ष राजीव ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि सरकार ने ये नपा तुला बजट पेश किया है. नेचुरल फार्मिंग पर उन्होंने कहा कि किसानों को इससे बहुत फायदा मिलेगा. इससे कैमिल खत्म होंगे तो इसका फायदा लोगों को ही होगा.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कृषि क्षेत्र को लेकर बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि युवा उद्यमियों द्वारा कृषि स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए एग्रीकल्चरल एक्सलरेटेड फंड (AAF) की व्यवस्था की जाएगी. ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित स्टार्ट अप को मदद मिलेगी. पीपीपी मॉडल पर किसानों की मदद की जायेगी.
निर्मला कहा कि बागवानी योजनाओं के लिए 22 करोड़ दिया जायेगा. वित्त मंत्री के मुताबिक कपास की खेती के लिए पीपीपी मॉडल पर जोर दिया जायेगा. कृषि क्षेत्र में किसानों को डिजिटल ट्रेनिंग मिलेगी. इसके अलावा कृषि में स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न योजना बनाई गई है. इसपर सीआईआई के अध्यक्ष राजीव ने कहा कि किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. स्टार्टअप को लेकर उन्होंने कहा कि ये किसानों के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगा. उन्होंने कहा कि इस बार इस बजट में किसानों के लिए बहुत कुछ खास है.