चंडीगढ़: हरियाणा के 32 छात्र व छात्राओं को विदेश में अपना भविष्य संवारने के लिए सुनहरा अवसर मिला है. जर्मनी में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए जल्दी ही ये विद्यार्थी उड़ान भरने वाले हैं. इन युवाओं को ना केवल निशुल्क पढ़ाई बल्कि रोजगार का भी जरिया मिलेगा. जिसमें ये स्टूडेंट्स हर महीने करीब 80 हजार रुपये कमा सकते हैं. हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को चंडीगढ़ में अपने सरकारी आवास पर प्रदेशभर के 32 छात्र-छात्राओं को जर्मनी का वीजा वितरित किया.
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इस मौके पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला वीजा हासिल करने वाले युवाओं को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि आप सबके माता-पिता ने दिन रात कड़ी मेहनत करके आपको अच्छी शिक्षा दिलाई है. ऐसे में आप सबका फर्ज बनता है कि जर्मनी में पहुंचकर आगे की शिक्षा को और बेहतर ढंग से पूरा करें. उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश के साथ ही अपने परिवार का नाम भी गौरवान्वित करें.
डिप्टी सीएम ने अपने करियर का अनुभव साझा करते हुए युवाओं को प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि आगे की पढ़ाई के साथ-साथ काम करने से आपके परिवार पर भी आर्थिक बोझ नहीं बढ़ेगा. परिश्रम की भी आदत बनी रहेगी. इन बच्चों के भविष्य का मार्गदर्शन हिसार में स्थापित क्रॉस एंड क्लाइम्ब ग्लोबल एजुकेशन अकादमी के सीईओ रणविजय सिंह नरवाल ने किया है. उन्होंने जानकारी दी कि जर्मनी ने भारतीय युवाओं के लिए वीजा प्रक्रिया बहुत आसान कर दी है. जिसके तहत ये युवा वहां पढ़ाई व नौकरी कर सकते है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस कार्यक्रम में जर्मन सरकार के सहयोग से काम होता है. दरअसल, जर्मनी की सरकार के वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए बच्चे वहां जाते हैं. इसके तहत बच्चे ड्यूल कार्यक्रम के तहत जर्मनी जाते हैं. जिसमें वह पढ़ते भी हैं और वहां काम भी कर सकते हैं. इससे बच्चे अच्छी अर्निंग भी कर सकते हैं.
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बता दें कि जर्मनी जाने के लिए बच्चों को जर्मन लैंग्वेज का बी1 एग्जाम पास करना होता है. इस परीक्षा को पास करने के लिए हिसार में क्रॉस एंड क्लाइम्ब ग्लोबल अकादमी बच्चों को जर्मन भाषा का प्रशिक्षण देती है. ताकि वे जर्मन सरकार के बी1 लेवल के एग्जाम को पास कर सकें. इस परीक्षा को जर्मन सरकार की एजेंसी कंडक्ट करवाती है. उसके बाद इन बच्चों को ऑफर लेटर मिलता है. जिसके बाद यह जर्मनी जाते हैं. ये सब हरियाणा स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत होता है.