चंडीगढ़: यूटी प्रशासन की ओर से लोगों को लॉकडाउन में छूट दी गई है. जिसके तहत चंडीगढ़ में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक दुकानें खोली जा सकेंगी, लेकिन दुकानें ओड-इवन फार्मूले से खुलेंगी. इसके अलावा जरूरी कामों के लिए वाहनों के इस्तेमाल के लिए भी छूट दी गई है. जिसके लिए लोगों को पास बनवाने की जरूरत नहीं है.
प्रशासन की तरफ से दी गई इस छूट के बारे में ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने चंडीगढ़ के स्थानीय लोगों और दुकानदारों से खास बातचीत की. प्रशासन ने लॉकडाउन में छूट पर लोगों को सहूलियत देने के लिए दी है, लेकिन लोगों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे इस छूट का गलत फायदा ना उठाएं. सबसे पहली बात तो यह है कि वह बेवजह घर से बाहर ना निकले और अगर वे किसी दुकान पर जा रहे हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें. क्योंकि अगर इसका पालन नहीं किया गया तो चंडीगढ़ में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं.
दूरी सबसे ज्यादा जरूरी है: स्थानीय निवासी
लोगों का यह भी कहना था कि क्यों नहीं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ हाइजीन का भी पूरा ध्यान रखना होगा. जब भी लोग घर से बाहर निकले तो वह हाथ धोकर ही घर से बाहर निकले और जब घर वापस जाएं तब भी सबसे पहले हाथ धोकर ही अन्य काम करें. लोगों को एक दूसरे से दूरी बनाकर रखनी होगी, चाहे वह घर में हो या किसी दुकान के बाहर हो. उन्हें कोरोना से बचने के लिए सभी नियमों का पालन करना पड़ेगा. नहीं तो छूट के बाद ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं. हमें प्रशासन द्वारा दी गई इस छूट का गलत फायदा नहीं उठाना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाना चाहिए.
सोशल डिस्टेंस है जरूरी- दुकानदार
इस बारे में दुकानदारों का कहना था कि वह प्रशासन के फैसले का स्वागत करते हैं. क्योंकि उनकी दुकाने करीब डेढ़ महीने से बंद पड़ी थी. जिससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान हो रहा था. प्रशासन ने कम से कम दुकानदारों के बारे में सोचा और उन्हें यह बड़ी राहत दी है, लेकिन इसके पीछे दुकानदारों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह लोगों के बीच में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें. वह खुद भी लोगों के ज्यादा करीब ना जाएं.
उन्होंने कहा कि सभी दुकानदार अपनी दुकानों में सैनिटाइजर का इस्तेमाल भी कर रहे हैं. ताकि कोरोनावायरस के फैलने के लिए कोई गुंजाइश ना बचे. ओड इवन फार्मूले को लेकर उनका कहना था कि उन्हें इससे कोई परेशानी नहीं है क्योंकि ओड इवन फार्मूले के जरिए ही सही कम से कम उनकी दुकानें खुल नहीं तो शुरू हुई है.
नियमों को गंभीरता से पालन करना होगा
प्रशासन की ओर से जो छूट दी गई है. उसे तभी सफल माना जाएगा जब लोग इसके नियमों का गंभीरता से पालन करेंगे, क्योंकि अगर लोगों ने इन नियमों का पालन नहीं किया तो चंडीगढ़ में कोरना के मामले बढ़ते देर नहीं लगेगी. हालांकि लोगों का कहना है कि वे इस गंभीरता को समझते हैं और सभी नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल प्रशासन के लिए भी सबसे बड़ी चिंता यही है कि ढील देने के बाद चंडीगढ़ में मामलों में बढ़ोत्तरी ना हो.
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