ETV Bharat / state

चंडीगढ़ को जल्द मिलेंगी कोरोना रैपिड टेस्टिंग किट: केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग

कोरोना वायरस की जांच को लेकर केंद्र सरकार ने रैपिड टेस्टिंग किट चंडीगढ़ को भेजी हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने बहुत सारे रैपिड टेस्टिंग किट भेजे हैं, जिनका उपयोग मेडिकल टीम के परामर्श से किया जाएगा.

chandigarh get rapid testing kits soon
चंडीगढ़ को जल्द ही मिलेंगे कोरोना रैपिड टेस्टिंग किट
author img

By

Published : Apr 18, 2020, 12:13 PM IST

Updated : Apr 18, 2020, 1:46 PM IST

चंडीगढ़: कोरोना हॉटस्पाट जिला घोषित किए जाने के दो दिन बाद ही चंडीगढ़ को रैपिड टेस्टिंग किट मिलने वाली हैं. कल तक चंडीगढ़ को 4800 रैपिड टेस्टिंग किट वितरित किए जाने की उम्मीद है. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने बहुत सारे रैपिड टेस्टिंग किट भेजे हैं, जिनका उपयोग मेडिकल टीम के परामर्श से किया जाएगा.

उन्होंने बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के प्रोटोकॉल के अनुसार, केवल सात दिनों से अधिक इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के लक्षणों वाले व्यक्तियों का ही परीक्षण किया जाएगा. आईसीएमआर के अनुसार, ये किट कोविड -19 के लिए एंटीबॉडी-आधारित रक्त परीक्षणों का उपयोग करेंगे.

निजी प्रयोगशाला में हो सकेगी जांच

गुप्ता ने बताया कि चंडीगढ़ ने कोविड 19 के नमूनों को एकत्र करने और उन्हें प्रति मरीज 4500 रुपये की रियायती दरों पर परीक्षण करने के लिए निजी प्रयोगशाला SRL को भी अधिकृत किया है. कोई भी नागरिक इस सुविधा का लाभ उठा सकता है.

गुप्ता ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति कोविड 19 को लेकर सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड पर खरा उतरता है तो सरकार उसका निशुल्क परिक्षण करेगी. लेकिन अगर कोई व्यक्ति बेहतर तरीके से परीक्षण कराना चाहता है तो वह निजी प्रयोगशाला में रियायती दरों पर परीक्षण करा सकता है.

चंडीगढ़ प्रशासक ने दिए निर्देश

दैनिक समीक्षा बैठक के दौरान चंडीगढ़ के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. जी दीवान को कुछ दिशा निर्देश दिए. बदनौर ने निदेशक को क्लीनिक चलाने वाले निजी चिकित्सक और डिस्पेंसरी को कोरोना वायरस को लेकर सही तरीके से प्रशिक्षित करने को कहा. ताकि कोरोना वायरस महामारी से निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि जो पंचकूला में हुआ वो चंडीगढ़ में ना हो इसको सुनिश्चित किया जाए. बदनोर ने उम्मीद जताई कि शहरवासियों के सहयोग से वे रेड जोन से बाहर निकल सकते हैं.

एमसी कमिश्नर केके यादव ने कहा कि जहां जरूरत होगी वहां छोटे बच्चों के साथ माताओं को बेबी मिल्क फूड दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सेक्टर 26 में सभी व्यापारियों को निर्देश दिया गया है कि वे स्वच्छता के मामले में अतिरिक्त एहतियात बरतें और अपने पास सैनिटाइजर रखें. उन्होंने बताया कि सभी डिलीवरी करने वाले लोगों को हाथों में दस्ताने पहनने और सैनिटाइजर, मास्क का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है. ताकि राशन और सब्जियां वितरित करते समय संक्रमण का कोई खतरा ना हो.

वहीं चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज परिदा ने कहा कि प्रशासन हॉटस्पॉट जिलों की सूची की समीक्षा नहीं करेगा. पंजाब विश्वविद्यालय के हॉस्टल को कोविड 19 केयर सेंटर में परिवर्तित करने पर परिदा ने कहा कि हॉस्टल केयर सेंटर के रुप में ही रहेगा. लेकिन इसके उपयोग की संभावना बेहद कम है. उन्होंने कहा कि इसका इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब कोविड 19 के मामले 1000 से ज्यादा हों.

ये भी पढ़ें- कोरोना से जंगः आयुर्वेदिक उपायों से बढ़ाए अपनी इम्युनिटी पावर

चंडीगढ़: कोरोना हॉटस्पाट जिला घोषित किए जाने के दो दिन बाद ही चंडीगढ़ को रैपिड टेस्टिंग किट मिलने वाली हैं. कल तक चंडीगढ़ को 4800 रैपिड टेस्टिंग किट वितरित किए जाने की उम्मीद है. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने बहुत सारे रैपिड टेस्टिंग किट भेजे हैं, जिनका उपयोग मेडिकल टीम के परामर्श से किया जाएगा.

उन्होंने बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के प्रोटोकॉल के अनुसार, केवल सात दिनों से अधिक इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के लक्षणों वाले व्यक्तियों का ही परीक्षण किया जाएगा. आईसीएमआर के अनुसार, ये किट कोविड -19 के लिए एंटीबॉडी-आधारित रक्त परीक्षणों का उपयोग करेंगे.

निजी प्रयोगशाला में हो सकेगी जांच

गुप्ता ने बताया कि चंडीगढ़ ने कोविड 19 के नमूनों को एकत्र करने और उन्हें प्रति मरीज 4500 रुपये की रियायती दरों पर परीक्षण करने के लिए निजी प्रयोगशाला SRL को भी अधिकृत किया है. कोई भी नागरिक इस सुविधा का लाभ उठा सकता है.

गुप्ता ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति कोविड 19 को लेकर सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड पर खरा उतरता है तो सरकार उसका निशुल्क परिक्षण करेगी. लेकिन अगर कोई व्यक्ति बेहतर तरीके से परीक्षण कराना चाहता है तो वह निजी प्रयोगशाला में रियायती दरों पर परीक्षण करा सकता है.

चंडीगढ़ प्रशासक ने दिए निर्देश

दैनिक समीक्षा बैठक के दौरान चंडीगढ़ के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. जी दीवान को कुछ दिशा निर्देश दिए. बदनौर ने निदेशक को क्लीनिक चलाने वाले निजी चिकित्सक और डिस्पेंसरी को कोरोना वायरस को लेकर सही तरीके से प्रशिक्षित करने को कहा. ताकि कोरोना वायरस महामारी से निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि जो पंचकूला में हुआ वो चंडीगढ़ में ना हो इसको सुनिश्चित किया जाए. बदनोर ने उम्मीद जताई कि शहरवासियों के सहयोग से वे रेड जोन से बाहर निकल सकते हैं.

एमसी कमिश्नर केके यादव ने कहा कि जहां जरूरत होगी वहां छोटे बच्चों के साथ माताओं को बेबी मिल्क फूड दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सेक्टर 26 में सभी व्यापारियों को निर्देश दिया गया है कि वे स्वच्छता के मामले में अतिरिक्त एहतियात बरतें और अपने पास सैनिटाइजर रखें. उन्होंने बताया कि सभी डिलीवरी करने वाले लोगों को हाथों में दस्ताने पहनने और सैनिटाइजर, मास्क का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है. ताकि राशन और सब्जियां वितरित करते समय संक्रमण का कोई खतरा ना हो.

वहीं चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज परिदा ने कहा कि प्रशासन हॉटस्पॉट जिलों की सूची की समीक्षा नहीं करेगा. पंजाब विश्वविद्यालय के हॉस्टल को कोविड 19 केयर सेंटर में परिवर्तित करने पर परिदा ने कहा कि हॉस्टल केयर सेंटर के रुप में ही रहेगा. लेकिन इसके उपयोग की संभावना बेहद कम है. उन्होंने कहा कि इसका इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब कोविड 19 के मामले 1000 से ज्यादा हों.

ये भी पढ़ें- कोरोना से जंगः आयुर्वेदिक उपायों से बढ़ाए अपनी इम्युनिटी पावर

Last Updated : Apr 18, 2020, 1:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.