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हरियाणा में डेंगू के बढ़ते केसों पर सियासत तेज, अब नायब सरकार पर बरसीं कुमारी सैलजा - DENGUE CASES INCREASING IN HARYANA

कुमारी सैलजा ने नायब सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है.

DENGUE CASES INCREASING IN HARYANA
हरियाणा में डेंगू के केस बढ़े (File photo)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 11, 2024, 8:45 PM IST

हिसार: प्रदेश में बढ़ रहे डेंगू और वायरल बुखार के केसों के मद्देनजर अब प्रदेश की सियासत का पारा भी हाई हो गया. विपक्ष के नेताओं की ओर से लगातार सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भी डेंगू के बढ़ते केसों पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार अभी तक सत्ता के मद में ही चूर है. उसे जन कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है. प्रदेश में एक ओर जहां लोग बदलते मौसम में वायरल, टाइफाइड की चपेट में आ रहे हैं, वहीं डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है. कई लोगों की जान भी ले चुका है. सरकार केवल कागजों पर ही काम कर रही है. अभी तक फॉगिंग का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू नहीं किया गया है. प्रभावशाली व्यक्तियों की कॉलोनी में ही फॉगिंग की गई है. अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया तो प्रदेश में भयावह स्थिति पैदा हो सकती है.

प्रदेश में करीब 4500 केस सामने आए : मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि डेंगू के अलावा प्रदेश में लोगों को वायरल और टाइफाइड ने जकड़ रखा है. कई स्थानों पर डेंगू के मामले अधिक आने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. पंचकूला हॉट स्पाट बना हुआ है. प्रदेश में करीब 4500 केस सामने आए हैं. पंचकूला में 1233, हिसार में 475, करनाल में 357, सोनीपत में 310, रेवाड़ी में 275, पानीपत में 260, कुरुक्षेत्र में 213, गुरुग्राम में 179, सिरसा में 172 डेंगू के केस सामने आ चुके हैं. फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला और यमुनानगर में 100 से 150 केस सामने आए है. सिरसा, सिरसा सहित कई जिलों में डेंगू के प्रभाव से हुई मौत के मामले भी सामने आए हैं. कुछ जिलों में तो हालात इस कदर बिगड़ते जा रहे हैं कि लोग भय में जी रहे हैं. सैंपलिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है. अभी तक का स्थायी निराकरण नहीं निकाला जा सका है.

फॉगिंग कागजों में की जा रही : उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक-दूसरे को आदेश देने में लगे हुए हैं. अधिकारी फॉगिंग का आदेश देते हैं. कर्मचारी रिपोर्ट भेजते हैं कि कई-कई बार फॉगिंग करा दी गई, लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं दिख रहा. फॉगिंग कागजों में की जा रही है. राज्य में फॉगिंग का परिणाम वर्तमान स्थिति के हिसाब से मेल नहीं खा रहा है. राज्य में जिस तरह से डेंगू के केस बढ़ रहे हैं, उसके मुकाबले फॉगिंग कम हो रही है.

फॉगिंग कराते हुए सैंपलिंग करवाए: उन्होंने कहा कि सरकार को सबसे पहले गांव व कस्बों में व्यापक तौर पर फॉगिंग करवाई जानी जाए. डेंगू पीड़ितों की सैंपलिंग में तेजी लाई जाए, जिस गली-मोहल्ले में डेंगू का केस सामने आए, वहां गंभीरता से फॉगिंग कराते हुए सैंपलिंग करवाई जाए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अपनी टीमें हर वार्ड में भेजकर जांच करवाई जाए.

इसे भी पढ़ें : डेंगू के खात्मे की तैयारी, भिवानी नगर परिषद ने तेज किया फॉगिंग अभियान, जिले में 50 से ज्यादा एक्टिव केस

इसे भी पढ़ें : डेंगू का कहर! स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी चिंताएं, दादरी में 67 पहुंची मरीजों की संख्या

हिसार: प्रदेश में बढ़ रहे डेंगू और वायरल बुखार के केसों के मद्देनजर अब प्रदेश की सियासत का पारा भी हाई हो गया. विपक्ष के नेताओं की ओर से लगातार सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भी डेंगू के बढ़ते केसों पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार अभी तक सत्ता के मद में ही चूर है. उसे जन कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है. प्रदेश में एक ओर जहां लोग बदलते मौसम में वायरल, टाइफाइड की चपेट में आ रहे हैं, वहीं डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है. कई लोगों की जान भी ले चुका है. सरकार केवल कागजों पर ही काम कर रही है. अभी तक फॉगिंग का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू नहीं किया गया है. प्रभावशाली व्यक्तियों की कॉलोनी में ही फॉगिंग की गई है. अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया तो प्रदेश में भयावह स्थिति पैदा हो सकती है.

प्रदेश में करीब 4500 केस सामने आए : मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि डेंगू के अलावा प्रदेश में लोगों को वायरल और टाइफाइड ने जकड़ रखा है. कई स्थानों पर डेंगू के मामले अधिक आने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. पंचकूला हॉट स्पाट बना हुआ है. प्रदेश में करीब 4500 केस सामने आए हैं. पंचकूला में 1233, हिसार में 475, करनाल में 357, सोनीपत में 310, रेवाड़ी में 275, पानीपत में 260, कुरुक्षेत्र में 213, गुरुग्राम में 179, सिरसा में 172 डेंगू के केस सामने आ चुके हैं. फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला और यमुनानगर में 100 से 150 केस सामने आए है. सिरसा, सिरसा सहित कई जिलों में डेंगू के प्रभाव से हुई मौत के मामले भी सामने आए हैं. कुछ जिलों में तो हालात इस कदर बिगड़ते जा रहे हैं कि लोग भय में जी रहे हैं. सैंपलिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है. अभी तक का स्थायी निराकरण नहीं निकाला जा सका है.

फॉगिंग कागजों में की जा रही : उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक-दूसरे को आदेश देने में लगे हुए हैं. अधिकारी फॉगिंग का आदेश देते हैं. कर्मचारी रिपोर्ट भेजते हैं कि कई-कई बार फॉगिंग करा दी गई, लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं दिख रहा. फॉगिंग कागजों में की जा रही है. राज्य में फॉगिंग का परिणाम वर्तमान स्थिति के हिसाब से मेल नहीं खा रहा है. राज्य में जिस तरह से डेंगू के केस बढ़ रहे हैं, उसके मुकाबले फॉगिंग कम हो रही है.

फॉगिंग कराते हुए सैंपलिंग करवाए: उन्होंने कहा कि सरकार को सबसे पहले गांव व कस्बों में व्यापक तौर पर फॉगिंग करवाई जानी जाए. डेंगू पीड़ितों की सैंपलिंग में तेजी लाई जाए, जिस गली-मोहल्ले में डेंगू का केस सामने आए, वहां गंभीरता से फॉगिंग कराते हुए सैंपलिंग करवाई जाए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अपनी टीमें हर वार्ड में भेजकर जांच करवाई जाए.

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