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हरियाणा के ये आठ 'धुरंधर' उम्मीदवार खुद को नहीं दे पाएंगे वोट

हरियाणा के चुनावी दंगल में ताल ठोक रहे धुरंधरों ने एक ओर जहां शुक्रवार शाम 6 बजे तक एक-एक वोट के लिए गली-गली की खान छानी, वहीं आधा दर्जन से ज्यादा नेता ऐसे भी हैं, जिन्हें खुद का ही वोट नसीब में नहीं है.

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Published : May 11, 2019, 10:12 AM IST

Updated : May 12, 2019, 1:42 AM IST

चंडीगढ़ः कांग्रेस, भाजपा, इनेलो, जजपा और आप के आठ नेता अपने मतदान वाली सीटों को छोड़कर दूसरी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. पार्टियों ने उम्मीदवारों को टिकट ऐसे मौके पर दी, तब तक वोट बनवाने का समय भी बीत चुका था. अगर उम्मीदवारों को समय से टिकट मिलता तो हो सकता था, वो अपनी मूल सीट से वोट कटवाकर चुनाव लड़ने वाली सीट पर वोट बनवा लेते.

जो उम्मीदवार अपने मत का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, उनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सांसद अरविंद शर्मा, राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व स्पीकर और विधायक कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, दिग्विजय चौटाला, अर्जुन चौटाला और नवीन जयहिंद शामिल हैं.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा- सोनीपत से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व सीएम हुड्डा का वोट रोहतक जिले के गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र में हैं. ये उनकी विधानसभा सीट भी है. अभी तक हुड्डा अपने लोकसभा और विधानसभा का चुनाव रोहतक संसदीय क्षेत्र से ही लड़ते रहे, इसलिए दोनों चुनावों में खुद को अपना वोट डालते आ रहे थे. लेकिन अबकी बार कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें रोहतक के बजाए जाटलैंड सोनीपत से चुनावी रण में उतार दिया. जब हुड्डा को टिकट मिली तो नामांकन करने में दो दिन बचे थे और वोट बनवाने का समय निकल चुका था. ऐसे में पूर्व सीएम खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.

दिग्विजय चौटाला- सोनीपत से जेजेपी उम्मीदवार
दिग्विजय चौटाला सोनीपत से चुनाव लड़ रहे हैं, यहां उनका भी वोट नहीं है. ये उनका पहला चुनाव है. दिग्विजय भी अपने खुद के लिए अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाएंगे.

कुलदीप शर्मा- करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व स्पीकर और गन्नौर से कांग्रेस विधायक कुलदीप करनाल लोकसभा सीट से मैदान में हैं. उनकी विधानसभा सीट सोनीपत संसदीय क्षेत्र में पड़ती है. उन्हें भी अंतिम समय में पार्टी ने टिकट थमाया. ऐसे में कुलदीप के काम भी खुद का वोट नहीं आएगा.

निर्मल सिंह- कुरुक्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व मंत्री निर्मल सिंह कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर मैदान में हैं. निर्मल सिंह मूल रूप से वे अंबाला सिटी के रहने वाले हैं, यहीं से वे विधानसभा चुनाव भी लड़ते हैं. जिसके कारण निर्मल सिंह का वोट भी उनके काम नहीं आने वाला.

नायब सिंह सैनी- कुरुक्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार
राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र संसदीय सीट से चुनाव मैदान में हैं. वो नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक हैं, उनका हलका अंबाला लोकसभा क्षेत्र में आता है. उन्हें पार्टी ने कुरुक्षेत्र से उतार दिया है. पार्टी ने उन्हें कुरुक्षेत्र से अंतिम समय में टिकट थमाया, ऐसे में नायब सिंह सैनी का वोट भी उनके काम नहीं आएगा.

अर्जुन चौटाला- कुरुक्षेत्र से इनेलो उम्मीदवार
अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला कुरुक्षेत्र से चुनावी दंगल में उतरे हैं. उनका वोट भी यहां नहीं है. पहले लोकसभा चुनाव में ही अर्जुन खुद को अपना वोट नहीं दे सकेंगे.

अरविंद शर्मा- रोहतक से बीजेपी उम्मीदवार
पूर्व सांसद अरविंद शर्मा रोहतक से चुनाव लड़ रहे हैं, उनका अपना वोट भी यहां नहीं है. वो पहले करनाल से दो बार और सोनीपत से एक बार सांसद रह चुके हैं. वो करनाल से ही टिकट चाह रहे थे, लेकिन पार्टी ने रोहतक से अंतिम समय में टिकट थमाई. अरविंद भी खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.

नवीन जयहिंद- फरीदाबाद से आप उम्मीदवार
नवीन जयहिंद रोहतक को छोड़कर फरीदाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं. जयहिंद अभी तक रोहतक से ही राजनीति करते रहे हैं, ऐसे में उनका वोट भी वहीं है. जिसके चलते अब नवीन भी खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.

चंडीगढ़ः कांग्रेस, भाजपा, इनेलो, जजपा और आप के आठ नेता अपने मतदान वाली सीटों को छोड़कर दूसरी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. पार्टियों ने उम्मीदवारों को टिकट ऐसे मौके पर दी, तब तक वोट बनवाने का समय भी बीत चुका था. अगर उम्मीदवारों को समय से टिकट मिलता तो हो सकता था, वो अपनी मूल सीट से वोट कटवाकर चुनाव लड़ने वाली सीट पर वोट बनवा लेते.

जो उम्मीदवार अपने मत का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, उनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सांसद अरविंद शर्मा, राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व स्पीकर और विधायक कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, दिग्विजय चौटाला, अर्जुन चौटाला और नवीन जयहिंद शामिल हैं.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा- सोनीपत से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व सीएम हुड्डा का वोट रोहतक जिले के गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा क्षेत्र में हैं. ये उनकी विधानसभा सीट भी है. अभी तक हुड्डा अपने लोकसभा और विधानसभा का चुनाव रोहतक संसदीय क्षेत्र से ही लड़ते रहे, इसलिए दोनों चुनावों में खुद को अपना वोट डालते आ रहे थे. लेकिन अबकी बार कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें रोहतक के बजाए जाटलैंड सोनीपत से चुनावी रण में उतार दिया. जब हुड्डा को टिकट मिली तो नामांकन करने में दो दिन बचे थे और वोट बनवाने का समय निकल चुका था. ऐसे में पूर्व सीएम खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.

दिग्विजय चौटाला- सोनीपत से जेजेपी उम्मीदवार
दिग्विजय चौटाला सोनीपत से चुनाव लड़ रहे हैं, यहां उनका भी वोट नहीं है. ये उनका पहला चुनाव है. दिग्विजय भी अपने खुद के लिए अपने मत का प्रयोग नहीं कर पाएंगे.

कुलदीप शर्मा- करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व स्पीकर और गन्नौर से कांग्रेस विधायक कुलदीप करनाल लोकसभा सीट से मैदान में हैं. उनकी विधानसभा सीट सोनीपत संसदीय क्षेत्र में पड़ती है. उन्हें भी अंतिम समय में पार्टी ने टिकट थमाया. ऐसे में कुलदीप के काम भी खुद का वोट नहीं आएगा.

निर्मल सिंह- कुरुक्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार
पूर्व मंत्री निर्मल सिंह कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर मैदान में हैं. निर्मल सिंह मूल रूप से वे अंबाला सिटी के रहने वाले हैं, यहीं से वे विधानसभा चुनाव भी लड़ते हैं. जिसके कारण निर्मल सिंह का वोट भी उनके काम नहीं आने वाला.

नायब सिंह सैनी- कुरुक्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार
राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र संसदीय सीट से चुनाव मैदान में हैं. वो नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक हैं, उनका हलका अंबाला लोकसभा क्षेत्र में आता है. उन्हें पार्टी ने कुरुक्षेत्र से उतार दिया है. पार्टी ने उन्हें कुरुक्षेत्र से अंतिम समय में टिकट थमाया, ऐसे में नायब सिंह सैनी का वोट भी उनके काम नहीं आएगा.

अर्जुन चौटाला- कुरुक्षेत्र से इनेलो उम्मीदवार
अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला कुरुक्षेत्र से चुनावी दंगल में उतरे हैं. उनका वोट भी यहां नहीं है. पहले लोकसभा चुनाव में ही अर्जुन खुद को अपना वोट नहीं दे सकेंगे.

अरविंद शर्मा- रोहतक से बीजेपी उम्मीदवार
पूर्व सांसद अरविंद शर्मा रोहतक से चुनाव लड़ रहे हैं, उनका अपना वोट भी यहां नहीं है. वो पहले करनाल से दो बार और सोनीपत से एक बार सांसद रह चुके हैं. वो करनाल से ही टिकट चाह रहे थे, लेकिन पार्टी ने रोहतक से अंतिम समय में टिकट थमाई. अरविंद भी खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.

नवीन जयहिंद- फरीदाबाद से आप उम्मीदवार
नवीन जयहिंद रोहतक को छोड़कर फरीदाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं. जयहिंद अभी तक रोहतक से ही राजनीति करते रहे हैं, ऐसे में उनका वोट भी वहीं है. जिसके चलते अब नवीन भी खुद को अपना वोट नहीं डाल पाएंगे.

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Last Updated : May 12, 2019, 1:42 AM IST
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