हिसार: लोकसभा चुनाव में अब कम ही वक्त बचा है. नेता इस वक्त जनता के दर पर हैं. लेकिन कब तक हैं ये नहीं पता. क्योंकि राजनीति की हनक के किस्से तो आपने सुने ही होंगे. इन्हीं किस्सों में एक और किस्सा जोड़ दीजिये, वो इसलिए क्योंकि हिसार में केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह पत्रकार पर भड़क गये. क्योंकि उनसे अस्पताल को लेकर सवाल पूछ लिया गया.
'मैं भारत सरकार का मंत्री हूं'
पत्रकार ने लाडवा के एक सरकारी अस्पताल को लेकर सवाल करना शुरु ही किया था कि चौधरी बीरेंद्र सिंह बीच में ही टोकते हुए बोले कि स्थानीय मुद्दे के लिए किसी विधायक को पकड़ लेना. मैं भारत सरकार का मंत्री हूं कोई राजनीतिक सवाल है तो उसका जवाब दे दूंगा. अब अस्पताल नहीं है, पानी नहीं आता इसका क्या जवाब दूं.
'मुझे हल्के में मत लो'
जब पत्रकार ने बताने की कोशिश की कि कांग्रेस राज में अस्पताल बना था उसकी हालत बेहद खस्ता है. तो केंद्रीय मंत्री और ज्यादा भड़क गये और बोले मैं आपको पत्रकारिता समझाता हूं. आप मुझे हल्के में मत लो. मुझे क्या पता कहीं पानी आया कि नहीं आया.
'47 साल से राजनीति में हूं'
जब पत्रकार ने कहा कि आपको स्थानीय मुद्दों की जानकारी तो होनी चाहिए तो कहने लगे मैं 47 साल से राजनीति में हूं. मैंने इलेक्शन जीते हैं, मैं कोई हवा में नेता नहीं बना. 47 साल तक अगर कोई जिंदा रहा है तो वो बीरेंद्र सिंह है वरना न जाने कितनों के बिस्तर बंध लिये.