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हरियाणा में हो रही है बीटी बैंगन की गैरकानूनी खेती, 2010 में सरकार ने लगाई थी रोक

भारत सरकार ने 2010 में बीटी बैंगन की खेती पर पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य संबंधित खतरों को लेकर रोक लगा दी थी.

बीटी बैंगन के साथ संस्था के लोग
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Published : Apr 26, 2019, 9:58 AM IST

Updated : Apr 26, 2019, 10:32 AM IST

नई दिल्ली/ चंडीगढ़: देश में बीटी बैंगन की खेती पर रोक के बावजूद सिरसा और फतेहाबाद के एक इलाके के खेत से बीटी बैंगन मिलने की बात सामने आई है.

कोलिशन फॉर जीएम फ्री इंडिया ने हरियाणा में हो रही बीटी बैंगन की गैरकानूनी खेती के बारे में जानकारी दी.संस्था के लोगों ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर सिरसा, फतेहाबाद के इलाके के एक खेत से बीटी बैंगन एकत्र किया गया. लिटमस टेस्ट से बीटी सीआरआई 1 एसी प्रोटीन होने की पुष्टि हुई. इस से साबित होता है कि यह बीज बीटी बैंगन का है.

बीटी बैंगन के साथ संस्था के लोग

बीटी बैंगन की विस्तृत जांच के लिए 1 सैंपल निजी प्रयोगशाला को भेजा गया है, इसके अलावा किसान एवं उपभोक्ता संगठनों और वैज्ञानिकों के प्रतिनिधि मंडल ने एक सैंपल हरियाणा सरकार के कृषि बागवानी के निर्देशकों को भी उपयुक्त कार्रवाई के लिए भेजा है, इसके साथ ही संशोधित जीन संबंधित मामलों की भारत सरकार की शीर्ष नियामक, जीएसी को भी एक सैंपल भेजा गया है.

गौरतलब है कि भारत सरकार ने 2010 में बीटी बैंगन की खेती पर पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य संबंधित खतरों को लेकर रोक लगा दी थी.

नई दिल्ली/ चंडीगढ़: देश में बीटी बैंगन की खेती पर रोक के बावजूद सिरसा और फतेहाबाद के एक इलाके के खेत से बीटी बैंगन मिलने की बात सामने आई है.

कोलिशन फॉर जीएम फ्री इंडिया ने हरियाणा में हो रही बीटी बैंगन की गैरकानूनी खेती के बारे में जानकारी दी.संस्था के लोगों ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर सिरसा, फतेहाबाद के इलाके के एक खेत से बीटी बैंगन एकत्र किया गया. लिटमस टेस्ट से बीटी सीआरआई 1 एसी प्रोटीन होने की पुष्टि हुई. इस से साबित होता है कि यह बीज बीटी बैंगन का है.

बीटी बैंगन के साथ संस्था के लोग

बीटी बैंगन की विस्तृत जांच के लिए 1 सैंपल निजी प्रयोगशाला को भेजा गया है, इसके अलावा किसान एवं उपभोक्ता संगठनों और वैज्ञानिकों के प्रतिनिधि मंडल ने एक सैंपल हरियाणा सरकार के कृषि बागवानी के निर्देशकों को भी उपयुक्त कार्रवाई के लिए भेजा है, इसके साथ ही संशोधित जीन संबंधित मामलों की भारत सरकार की शीर्ष नियामक, जीएसी को भी एक सैंपल भेजा गया है.

गौरतलब है कि भारत सरकार ने 2010 में बीटी बैंगन की खेती पर पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य संबंधित खतरों को लेकर रोक लगा दी थी.



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From: ASHUTOSH JHA <ashutosh.jha@etvbharat.com>
Date: Thu, Apr 25, 2019 at 5:47 PM
Subject: Fwd: हरियाणा में हो रही है बी टी बैग की गैरकानूनी खेती, 2010 में सरकार ने लगाई थी रोक।
To: Delhi Desk <delhidesk@etvbharat.com>



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From: Shaihzad Abid <shaihzadabid@gmail.com>
Date: Thu 25 Apr, 2019, 5:45 PM
Subject: हरियाणा में हो रही है बी टी बैग की गैरकानूनी खेती, 2010 में सरकार ने लगाई थी रोक।
To: <ashutosh.jha@etvbharat.com>


हरियाणा में हो रही है बी टी बैग की गैरकानूनी खेती, 2010 में सरकार ने लगाई थी रोक।

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा में हो रही है बी टी बैंगन की गैर कानूनी खेती।

कोलीशन फॉर जी एम फ्री इंडिया ने हरियाणा में हो रही बी टी बैंगन की गैर कानूनी खेती के बारे में प्रेसवार्ता कर जानकारी दी।

गुप्त सूचना मिलने पर संगठन के लोगों ने हरियाणा के एक खेत से बीटी बैगन का सैंपल एकत्र किया और उसका टेस्ट कर बीटी आरवाई 1 एसी प्रोटीन होने की पुष्टि की जिससे साबित होता है कि यह बीज बीटी बैगन का है।

जतन संस्थान के कपिल शाह ने बताया कि बी टी बैंगन की गैरकानूनी खेती निश्चित तौर पर सरकार की संबंधित नियामक संस्थाओं की चूक है, वास्तव में मूल समस्या यह है कि नियामक संस्थान, जेनेटिक इंजीनियरिंग अप्रैसल कमेटी (जीे ई ए सी), देश में जी एम के नियमन के लिए कार्य ना कर इसके प्रोत्साहन के लिए काम कर रही है।

बीटी बैगन की विस्तृत जांच के लिए 1 सैंपल निजी प्रयोगशाला को भेजा गया है इसके अलावा किसान एवं उपभोक्ता संगठनों तथा वैज्ञानिकों के प्रतिनिधि मंडल ने एक सैंपल हरियाणा सरकार के कृषि बागवानी के निर्देशकों को भी उपयुक्त कार्यवाही हेतु सौंपा है। इसके साथ ही संशोधित जीन संबंधित मामलों की भारत सरकार की शीर्ष नियामक, जीएसी को भी एक सैंपल भेजा गया है।

भारत सरकार द्वारा 2010 में बीटी बैगन की खेती पर पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य संबंधित खतरों को लेकर रोक लगा दी गई थी।

इसके साथ ही संस्था के लोगों ने बताया बीटी बैगन के सैपलिंग गुप्त तरीके से किसानों को मुहैया कराए जा रहे है। बैगन की सैपलिंग की कीमत लगभग 50 पैसे होती है लेकिन बीटी बैगन की सप्लाई की कीमत लगभग ₹8 है।






वीडियो: https://drive.google.com/file/d/1Spif7SXHvKYaaKnCx8eBzuPlEIs6Z0TQ/view?usp=drivesdk
Last Updated : Apr 26, 2019, 10:32 AM IST
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