भिवानी: गांव खरक खुर्द निवासी 14 राजपूत यूनिट से हवलदार क्लर्क सतेंद्र परमार का परिवार तीन पीढ़ियों से देश की सेवा करता आ रहा है. सतेन्द्र परमार के पिता राजकुमार सिंह परमार भारतीय सेना की 7वीं छाताधारी बटालियन में देश की सेवा करते थे, जोकि 5 मार्च 1994 को ड्यूटी करते हुए लापता हो गए थे. वहीं सतेंद्र कुमार के दादा मुंशी सिंह भारतीय सेना में हवलदार से सेवानिवृत हुए थे. उनके चाचा और ताऊ भी भारतीय सेना से सेवानिवृत हुए थे.
हवलदार क्लर्क सतेंद्र परमार हाल ही में राजपूत रेजिमेंट सेंटर फतेहगढ़ में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. सतेंद्र परमार द्वारा देश सेवा के लिए किए जा रहे कार्यों को देखते हुए वाईस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जर्नल चांदी प्रसाद मोहंती ने बेहतरीन कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया.
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सतेंद्र परमार के बड़े भाई विनोद परमार ने बताया कि पिछले वर्ष बिग्रेडियर राजीव पुरी द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि वो देश सेवा के साथ-साथ गांव में आने पर सामाजिक कार्यों में भी बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं. उनकी माता सुप्यार देवी ने खुशी जताते हुए कहा कि हमें अपने बेटे और भाई पर गर्व है.