भिवानी: नई अनाज मंडी स्थित मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने बुधवार को सैकड़ों किसानों ने सरसों की खरीद न होने के कारण प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. किसानों का आरोप है कि बुधवार को निनाण और भिवानी जोनपाल की सरसों खरीद की बारी थी. वे सुबह चार बजे से ही मंडी पहुंचने लगे थे, लेकिन 9 बजे पता चला कि सरसों का उठान न होने के कारण जगह का अभाव है, इसलिए खरीद अगले आदेशों तक स्थगित कर दी गई है.
गांव निनाण के रामेहर ने बताया कि किसानों को बेवजह परेशानी में डाला जा रहा है. अपने-अपने साथी किसानों की ट्रैक्टर-ट्रॉली मांगकर सरसों लादकर यहां लाएं हैं. अब उन्हें अगले आदेशों तक इंतजार के लिए कहा जा रहा है. इससे किसानों की दिक्कत बढ़ेगी. गेहूं की कटाई भी अधर में लटकी हुई है.
किसान पदम सिंह धनखड़ ने कहा कि आज गांव निनाण व भिवानी जोनपाल की सरसों खरीद को लेकर बारी थी. लेकिन बिन किसी सूचना के खरीद स्थगित कर दी गई. वे अधिकारियों से मिलने के लिए मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे तो यहा भी कोई अधिकारी नहीं है. उनकी समस्या को लेकर न प्रशासन गंभीर है और न ही अधिकारी. सुनने मे तो यहां तक आ रहा है कि हैफेड की खरीद का टारगेट पूरा हो चुका है, इसीलिए बहानेबाजी बनाकर किसानों को टाला जा रहा है. किसानों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने सरसों की खरीद न होने के विरोध में नारेबाजी की.
इस बारे में मंडी सुपरवाईजर योगेश शर्मा से बातचीत की गई. उन्होंने बताया कि मंडी में सरसों डालने की जगह नहीं है. मौसम खराब होने के कारण उठान भी प्रभावित हो रहा है. इसीलिए उन्होंने मंगलवार शाम को ही निनाण व भिवानी जोनपाल के सरपंचों को सूचना भिजवा दी थी कि बुधवार को किसान अपनी सरसों लेकर न आए. उनके लिए निर्धारित कार्यक्रम अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है. मंडी सुपरवाईजर ने कहा कि मौसम की खराबी के चलते भी कुछ गांवों का शैड्यूल बदला गया था. कुछ कथित नेता राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि सरकार की हिदायत है कि सरसों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा.