भिवानी: त्यौहारों का मौसम शुरू हो गया है. खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को लेकर प्रशासन की परख भी शुरू हो गई है. प्रशासन द्वारा खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच को लेकर सिविल सर्जन व खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में टीमें गठित की गई हैं. ये टीमें त्यौहारों के दौरान खाने-पीने की वस्तुओं की गुणवत्ता पर पैनी नजर रखेंगी.
आमतौर पर त्यौहारों के मौसम में मिठाईयों पर विशेष तौर पर प्रशासन की नजर रहती है, क्योंकि बाजार में नकली मावा का प्रचलन बढ़ जाता हैं. इस कारण मिठाई शक के घेरे में आ जाती है.
अतिरिक्त उपायुक्त राहलु नरवाल से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मिठाई व अन्य प्रकार की खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता जांचने के लिए सिविल सर्जन ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की जा चुकी हैं. ये टीमें मिठाई व खाद्य वस्तुओं के नमूने लेगी. यदि खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता में जांच के दौरान कमी आई तो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
जब एडीसी से पूछा गया कि दीपावली के अवसर पर होने वाली आतिशबाजी के बारे में क्यो कहेंगे तो उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से पटाखों से पर्यावरण प्रदूषित होता है. हमें दीपक जलाकर मां लक्ष्मी का आह्वान करना चाहिए, न कि पटाखों के शोर के साथ. उन्होंने कहा कि दीपावली के अवसर पर हम मिठाईयां बांटकर अपने सद्भाव को प्रदर्शित कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: ईटीवी की खबर पर मुहरः कांग्रेस नेता प्रदीप सांगवान आज होंगे BJP में शामिल