भिवानी: केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयकों के खिलाफ अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ भी विरोध में उतर आया है. आरएसएस द्वारा किसानों के हितों के लिए काम करने वाली भारतीय किसान संघ ने शनिवार को भिवानी में जिला स्तरीय किसान मीटिंग करके किसान अध्यादेश में संशोधन करने की मांग की.
भारतीय किसान संघ हरियाणा में दिल्ली ईकाई के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश व संगठन के जिला प्रधान महिपाल आर्य ने बतााय कि उनके संगठन ने 30 हजार अलग-अलग गांवों से इस बिल में संशोधन को लेकर पत्र लिखा था, लेकिन उनके पत्र के मुख्य बिंदु न्यूनतम समर्थन मूल्य को जारी रखने बारे में कोई संशोधन नहीं किया गया.
जिसके चलते भारतीय किसान संघ ने निर्णय दिया है कि वो ब्लॉक स्तर पर किसान विधेयक को लेकर धरने प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि आज बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2150 रुपये है, लेकिन बाजार 1300 रुपये बिक रहा है. जबकि धान का समर्थन मूल्य 1888 रुपये है जो कि 1500 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है.
उन्होंने कि अभी ये हाल है. जब सरकार एमएसपी पर खरीद करती है. इसलिए जब ये विधेयक कानून बन जाएगा. तो किसानों के साथ अन्याय ही होगा. इसलिए सरकार को कानून में ये बदलाव जरूर करना चाहिए कि जो भी किसानों से फसल खरीद करेंगे. वो एमएसपी पर ही खरीदेंगे.
महिपाल आर्य ने कहा कि इससे किसानों का शोषण हो रहा है. इसी के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाने का फैसला लिया है. उनकी मांग है कि किसान विधेयक में संशोधन कर न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागू किया जाए. अपनी मांगों को लेकर उन्होंने आज उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन भी भेजा.
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