अंबाला: चंद्रयान-2 सोमवार दोपहर 2.43 बजे श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च हुआ. देश की इस बड़ी उपलब्धि में हरियाणा का भी अहम योगदान रहा. अम्बाला स्थित इलेक्ट्रॉन डिवाइसेस ने चंद्रयान-2 में अपना योगदान दिया है. कंपनी के अध्यक्ष डॉ. अनिल जैन ने बताया कि रॉकेट लांच करने के दौरान उसके ईंधन में आग लगती है और इसी थ्रस्ट से रॉकेट अंतरिक्ष में जाता है.
उन्होंने बताया कि इसी थ्रस्ट को मापने वाला यंत्र वैशेषिक कंपनी ने बनाया है. साथ ही साथ थ्रस्ट मापने के लिए 450 टन फोर्स केलिब्रेशन फेसिलिटी कंपनी ने श्रीहरिकोटा में भेजा है. इसी तरह अंतरिक्ष यान में इस्तेमाल होने वाले ठोस ईंधन का परीक्षण वैशेषिक कंपनी के बनाए गए माइक्रोस्कोप के जरिए किया जाता है.
बारीक तथ्यों को पकड़ा जा सकता है
अनिल जैन ने बताया कि अम्बाला में ही निर्मित ये माइक्रोस्कोप के जरिए बारीक से बारीक तथ्यों को पकड़ा जाता है. इस माइक्रोस्कोप का सॉफ्टवेयर भी कंपनी में तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि स्पेस सेंटर से कई कंपनियों के ऑर्डर आमंत्रित किए जाते हैं और अंत में सिर्फ सर्वश्रेष्ठ का चयन होता है.