अंबालाः जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद अंबाला छावनी के खड़गा स्टेडियम में आर्मी ने महिलाओं के खुली भर्ती का आयोजन किया, जिसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख से काफी लड़कियों ने हिस्सा लिया. उनका जोश और जज्बा हर देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर रहा है. जम्मू कश्मीर की लड़कियों ने जिस तरीके से आर्मी की भर्ती में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है वो वाकई काबिले तारीफ है.
देखने लायक देशभक्ति का जज्बा
वैसे तो यहां देशभर से लड़कियां आर्मी में भर्ती होने की तमन्ना लेकर पहुंची हैं. लेकिन जम्मू कश्मीर की लड़कियों का जोश देखते ही बनता है. वो पुरुषों के कंधों से कंधा मिलकार देश की सेवा करने के लिए तैयार हैं.
क्या बोली कश्मीरी अभ्यर्थी
जम्मू कश्मीर की जो लड़कियां आर्मी में भर्ती होने के लिए आई थीं, उनमें से एक आकृति शर्मा ने कहा कि, 'मैंने अभी तक की परीक्षा पास की है, मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि मैं आर्मी में भर्ती हो सकती हूं'.
एक और अभ्यर्थी अदिति शर्मा ने कहा कि उन्हें आर्मी में टेस्ट देकर ही बहुत खुशी हो रही है और उन्हें खुशी होगी अगर आर्मी की वर्दी उन्हें मिलेगी और देश की सेवा करने का मौका मिलेगा.
मनीषा नाम की एक अभ्यर्थी से जब सवाल किया गया कि जम्मू कश्मीर जैसे राज्य से आर्मी में भर्ती होने आई हैं ,आपको कैसा लग रहा है तो वो गुस्सा हो गईं और बोली कि हम कश्मीरी किसी से कम नहीं हैं और न ही हम पिछड़े हैं. हम वो सब कर सकते हैं जो बाकी लोग कर सकते हैं.
धारा 370 पर ये बोली कश्मीरी लड़कियां
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के सवाल पर कश्मीरी लड़कियों ने कहा कि ये सरकार का अच्छा फैसला है. क्योंकि इससे कई विकास कार्य रुक जाते थे, जो अब बिना रोक-टोक हो सकेंगे.
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पाकिस्तान को देखनी चाहिए ये भर्ती
पाकिस्तान दुनियाभर में ये भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है कि जम्मू कश्मीर धारा 370 हटाने के बाद नाराज है और वहां के लोग अपने ही देश के फैसले से खुश नहीं हैं. लेकिन ये भर्ती उन सब फरेबों का पर्दाफाश कर रही है, जो पाकिस्तान बगल में लेकर घूम रहा है. जम्मू कश्मीर से इतनी बड़ी तादाद में लड़कियों का आर्मी की भर्ती में आना कई सवालों के जवाब सार्वजनिक तौर पर दे रहा है.