अंबाला: बराड़ा के गुरूदेव मोहल्ले में शुक्रवार को गांव नाहरा के एक मछली पालक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक ने सुसाइड से पहले कागज पर सात लोगों के नाम लिख कर सुसाइड के लिए जिम्मेदार ठहराया. जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
मृतक जितेन्द्र मूल रूप से गांव नाहरा का रहने वाला था जो कि गुरूदेव मोहल्ले में स्थित एक मकान में रहता था. जब उसने फांसी ली तो उस वक्त घर में कोई नहीं था. जब पड़ोसियों ने देखा कि जितेन्द्र अपने घर में लगे जंगले में फंदे पर लटका हुआ है तो यह जानकारी उन्होंने अन्य लोगों और पुलिस को दी.
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. इसके बाद फोरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य जुटाए हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एमएम अस्पताल मुलाना में भेज दिया है.
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मौके से मिला सुसाइड नोट
घटनास्थल पर जैसे ही बराड़ा पुलिस पहुंची तो प्रारम्भिक जांच के दौरान मौके से सुसाइड नोट मिला है. फांसी लेने से पहले जितेन्द्र कुमार ने एक सुसाइड नोट घर के बाहर की दीवार पर चिपकाया हुआ था. इस सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा हुआ था कि आत्महत्या का नोट घर के अंदर पड़ी एक कुर्सी पर पड़ा हुआ है.
पुलिस जैसे ही अंदर कमरे में गई तो पुलिस को अंदर कमरे मे पड़ी एक कुर्सी पर सुसाइड नोट पड़ा मिला. हालांकि मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट बुलाने की बात पर पुलिस ने इस सुसाइड नोट को वहां से उठाने से मना कर दिया है.