अंबाला: मंडियों में किसानों और आढ़तियों को हो रही परेशानियों को लेकर बुधवार को बीजेपी विधायक असीम गोयल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. वो बुधवार सुबह हरियाणा विधानसभा के बाहर सांकेतिक धरने पर बैठे. हालांकि इस दौरान उन्होंने मंडियों में हो रही परेशानियों का ठीकरा हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस और खाद्य आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास पर फोड़ा, लेकिन असीम गोयल के धरने ने विपक्ष को जरूर मौका दे दिया है.
हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की नेता चित्रा सरवारा ने असीम गोयल पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के एक अधिकारी के खिलाफ धरना देने का ढोंग ना करें. अगर किसान और व्यापारियों की चिंता है तो इस्तीफा देकर किसानों के साथ धरने पर बैठें.
चित्रा सरवारा ने कहा कि लगातार दूसरी बार सत्ता पक्ष के विधायक बने असीम गोयल का धरने पर बैठना उचित नहीं लगता. धरने तो विपक्ष और पीड़ित करते हैं, असीम गोयल तो सत्ता पक्ष का हिस्सा हैं. अगर वो चाहें तो वो मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से बातचीत कर सकते हैं. एक अधिकारी पीके दास के नाम धरने पर बैठकर वो लोगों की आंख में धूल झोंक रहे हैं.
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चित्रा सरवारा ने आगे कहा कि असीम गोयल के धरने को किसान और आमजन किसी कीमत पर सही नहीं मानेंगे और असीम गोयल किस-किस मुद्दे पर लोगों के आक्रोश से खुद को बचाएंगे. विधानसभा सत्र न होने के बावजूद बाहर धरने पर बैठकर जंग लड़ना ठीक नहीं है. अगर हिम्मकत है तो अपने पद का इस्तेमाल करके किसानों और व्यापारियों की समस्या को सही तरीके से हल करवाएं.