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ChatGPT है सर्चिंग की दुनिया का नया बवाल, जानिए क्यों है नौकरियों के लिए बड़ा खतरा - Artificial Intelligence

विज्ञान की दुनिया में ChatGPT की खासियतों (Features of ChatGPT) की एक ओर जहां तारीफ हो रही है. वहीं दूसरी ओर इससे आने वाले समय में नौकरियों पर असर पड़ने के तौर पर देखा जा रहा है. पेश है ChatGPT के तकनीकि पहलुओं की जानकारी. पढ़ें पूरी खबर..

Features of ChatGPT Concept image
ChatGPT (कांसेप्ट फोटो)
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Published : Jan 7, 2023, 11:14 AM IST

नई दिल्लीः ChatGPT इन दिनों पूरे विश्न में चर्चा का विषय बना हुआ है. Artificial Intelligence आधारित Robotic और Software की मदद से तैयार एक ऐसा एप्लीकेशन है, जो मानव की तरह सोच कर उसे Script के रूप में पेश कर सकता है. इसमें चैट की मदद से जब किसी स्क्रिप्ट के लिए कमांड दिया जाता है, तो चंद सेकेंड में उसे पूरा कर देता है, जैसा कि एक इंसान करता है.

इस नई तकनीक को एक ओर विज्ञान का बेहतरीन नमूना बताया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर रोजगार पर इसे बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है. इस तकनीक में Chatbot की मदद से कमांड दिया जाता है. यह Chat और Bot से मिलकर बना है. Chat का अर्थ किसी से बात करना और Bot का तात्पर्य रोबोट से है. आइए जानते हैं ChatGPT के तकनीकि पहलुओं के बारे में......

1.कम्यूनिकेशन में कमियों को किया जा रहा दूर
चैटजीपीटी में शुरुआती समय से कुछ संवाद शैली में समस्याएं आ रही हैं. इन कमियों की पहचान कर लगातार दूर किया जा रहा है. इसमें कुछ इनपुट्स को समझने में चैटजीपीटी में समस्याएं हैं. इसकी पहचान कर इसे बेहतर बनाने पर लगातार काम किया जा रहा है.

2. नई जीजें सीखने में कारगर
चैटजीपीटी में मिले किसी सवाल के जवाब में अगर कुछ कमियां रहती हैं और उन कमियों के बारे में अगर उसके डाटा बेस में जानकारी दी जाती है, तो वह आगे से पहले की अपेक्षा ज्यादा सुदृढ़ उत्तर देता है. एक प्रकार से कहें तो इंसानों से इसमें सीखने की बेहतर क्षमता है.

3. खेल के बारे में बेहतर ज्ञान
चैटजीपीटी के माध्यम से खेल, खेल के तरीकों के बारे में बेहतर जानकारी पा सकते हैं. इसके पास खेल के दाव-पेंच के बारे में भी जानकारी है. ऐसे इसपर अभी और काम किया जा रहा है. अभी कुछ खेल इसमें शामिल किये गये हैं. कुछ और भी जोड़े जा रहे हैं.

4. यह गलत प्रश्नों को अस्वीकार भी करता है
चैटजीपीटी किसी भी गलत प्रश्नों को खारिज कर देता है. इसके अलावा अपनी गलतियों को स्वीकार भी करता है. इसको खास रूप से ट्रेंड किया गया है कि जो गहराई से जवाब देने में सक्षम है.

5. ज्यादातर प्रश्नों का उत्तर होता है इसके पास
चैटजीपीटी के माध्यम से विज्ञान, गणित के समाधान के साथ-साथ लेख लेखन सहित कोडिंग के प्रश्नों का उत्तर उपलब्ध कराया जा सकता है. यह फॉलो-अप सवालों का भी जवाब दे सकता है.

6. सर्च इंजन के उपयोग के तरीकों में आयेगा बदलाव
वर्तमान में हम कुछ भी खोजने के लिए उपलब्ध सर्च इंजन का उपयोग करते हैं. चैटजीपीटी का प्रयोग जैसे-जैसे बढ़ेगा लोगों के लिए सर्चिंग का बेहतर विकल्प चैटजीपीटी बन सकता है. यह सिर्फ डाटाबेस से उत्तर नहीं देगा, बल्कि इंसानी मांग के अनुरूप कंटेंट उपलब्ध करायेगा.

7.GPT भाषा प्रोद्योगिकी के उपयोग के लिए फ्री में उपलब्ध
चैटजीपीटी Open Artificial Intelligence की वेबसाइट आम लोगों के उपयोग के लिए फ्री में उपलब्ध कराया गया है. कोई भी व्यक्ति साइनअप कर इसका उपयोग कर सकता है.

8. मस्क ने ट्विटर डाटाबेस के उपयोग पर लगायी रोक
ट्विटर के सीईओ एलोन मस्क को जैसे ही पता चला कि चैटजीपीटी के ट्रेनिंग के लिए ट्विटर डाटाबेस का उपयोग किया जा रहा है. इस पर एलोन मस्क ने तुरंत इस पर रोक लगा दिया. मस्क का तर्क था कि ओपन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (open artificial intelligence) अब गैर-लाभकारी नहीं है, इसलिए इसे रिसर्च के लिए भुगतान करना चाहिए.

9. मानव रोजगार पर संकट
चैटजीपीटी कई महत्वपूर्ण काम को अंजाम दे रहा है. एक संकेत के जवाब में जटिल माने जाने वाले पायथन कोड और स्कूल-कॉलेज स्तर के लेखों को आसानी से लिख सकता है. इस तकनीक के माध्यम से स्क्रिप्टिंग और प्रोग्रामिंग आसानी से अंजाम दिया जा सकता है. इस कारण इसे स्क्रिप्ट राइटिंग और प्रोग्रामिंग से जुड़े लोगों के रोजगार पर खतरे के रूप में देखा जा रहा है.

ये भी पढ़ें-2026 तक 9.5 बिलियन तक बढ़ सकती है चैटबॉट मैसेजिंग ऐप्स की संख्या

नई दिल्लीः ChatGPT इन दिनों पूरे विश्न में चर्चा का विषय बना हुआ है. Artificial Intelligence आधारित Robotic और Software की मदद से तैयार एक ऐसा एप्लीकेशन है, जो मानव की तरह सोच कर उसे Script के रूप में पेश कर सकता है. इसमें चैट की मदद से जब किसी स्क्रिप्ट के लिए कमांड दिया जाता है, तो चंद सेकेंड में उसे पूरा कर देता है, जैसा कि एक इंसान करता है.

इस नई तकनीक को एक ओर विज्ञान का बेहतरीन नमूना बताया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर रोजगार पर इसे बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है. इस तकनीक में Chatbot की मदद से कमांड दिया जाता है. यह Chat और Bot से मिलकर बना है. Chat का अर्थ किसी से बात करना और Bot का तात्पर्य रोबोट से है. आइए जानते हैं ChatGPT के तकनीकि पहलुओं के बारे में......

1.कम्यूनिकेशन में कमियों को किया जा रहा दूर
चैटजीपीटी में शुरुआती समय से कुछ संवाद शैली में समस्याएं आ रही हैं. इन कमियों की पहचान कर लगातार दूर किया जा रहा है. इसमें कुछ इनपुट्स को समझने में चैटजीपीटी में समस्याएं हैं. इसकी पहचान कर इसे बेहतर बनाने पर लगातार काम किया जा रहा है.

2. नई जीजें सीखने में कारगर
चैटजीपीटी में मिले किसी सवाल के जवाब में अगर कुछ कमियां रहती हैं और उन कमियों के बारे में अगर उसके डाटा बेस में जानकारी दी जाती है, तो वह आगे से पहले की अपेक्षा ज्यादा सुदृढ़ उत्तर देता है. एक प्रकार से कहें तो इंसानों से इसमें सीखने की बेहतर क्षमता है.

3. खेल के बारे में बेहतर ज्ञान
चैटजीपीटी के माध्यम से खेल, खेल के तरीकों के बारे में बेहतर जानकारी पा सकते हैं. इसके पास खेल के दाव-पेंच के बारे में भी जानकारी है. ऐसे इसपर अभी और काम किया जा रहा है. अभी कुछ खेल इसमें शामिल किये गये हैं. कुछ और भी जोड़े जा रहे हैं.

4. यह गलत प्रश्नों को अस्वीकार भी करता है
चैटजीपीटी किसी भी गलत प्रश्नों को खारिज कर देता है. इसके अलावा अपनी गलतियों को स्वीकार भी करता है. इसको खास रूप से ट्रेंड किया गया है कि जो गहराई से जवाब देने में सक्षम है.

5. ज्यादातर प्रश्नों का उत्तर होता है इसके पास
चैटजीपीटी के माध्यम से विज्ञान, गणित के समाधान के साथ-साथ लेख लेखन सहित कोडिंग के प्रश्नों का उत्तर उपलब्ध कराया जा सकता है. यह फॉलो-अप सवालों का भी जवाब दे सकता है.

6. सर्च इंजन के उपयोग के तरीकों में आयेगा बदलाव
वर्तमान में हम कुछ भी खोजने के लिए उपलब्ध सर्च इंजन का उपयोग करते हैं. चैटजीपीटी का प्रयोग जैसे-जैसे बढ़ेगा लोगों के लिए सर्चिंग का बेहतर विकल्प चैटजीपीटी बन सकता है. यह सिर्फ डाटाबेस से उत्तर नहीं देगा, बल्कि इंसानी मांग के अनुरूप कंटेंट उपलब्ध करायेगा.

7.GPT भाषा प्रोद्योगिकी के उपयोग के लिए फ्री में उपलब्ध
चैटजीपीटी Open Artificial Intelligence की वेबसाइट आम लोगों के उपयोग के लिए फ्री में उपलब्ध कराया गया है. कोई भी व्यक्ति साइनअप कर इसका उपयोग कर सकता है.

8. मस्क ने ट्विटर डाटाबेस के उपयोग पर लगायी रोक
ट्विटर के सीईओ एलोन मस्क को जैसे ही पता चला कि चैटजीपीटी के ट्रेनिंग के लिए ट्विटर डाटाबेस का उपयोग किया जा रहा है. इस पर एलोन मस्क ने तुरंत इस पर रोक लगा दिया. मस्क का तर्क था कि ओपन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (open artificial intelligence) अब गैर-लाभकारी नहीं है, इसलिए इसे रिसर्च के लिए भुगतान करना चाहिए.

9. मानव रोजगार पर संकट
चैटजीपीटी कई महत्वपूर्ण काम को अंजाम दे रहा है. एक संकेत के जवाब में जटिल माने जाने वाले पायथन कोड और स्कूल-कॉलेज स्तर के लेखों को आसानी से लिख सकता है. इस तकनीक के माध्यम से स्क्रिप्टिंग और प्रोग्रामिंग आसानी से अंजाम दिया जा सकता है. इस कारण इसे स्क्रिप्ट राइटिंग और प्रोग्रामिंग से जुड़े लोगों के रोजगार पर खतरे के रूप में देखा जा रहा है.

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