रोहतक: जहां एक ओर हाड़ को कपकपा देने वाली ठंड लोगो से बर्दाश्त नहीं हो रही है. वहीं दूसरी ओर अत्यधिक पड़ने वाली ठंड से किसान बेहद खुश नजर आए. क्योंकि गेंहू की फसल के लिए ठंड अमृत के समान है, जितनी ज्यादा ठंड होगी फसल उतनी ही ज्यादा होगी. बता दें कि रोहतक में पारा 3 डिग्री तक पहुंच गया है जो कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ रहा है.
किसान खुश
प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. जहां लोग अलाव का सहारा लेकर दिन बिता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हाड़ कपकपा देने वाली ठंड से किसान वर्ग बेहद खुश नजर आ रहा है. किसानों का कहना है कि जितनी ज्यादा ठंड पड़ेगी गेहूं की फसल को उतना ही ज्यादा फायदा होगा. क्योंकि ठंड के कारण ही गेहूं की फसल ज्यादा होती है और ठंड गेहूं की फसल के लिए लाभदायक होती. इसलिए जितनी ज्यादा ठंड होगी फसल उतनी ही अच्छी होगी.
लोगों की दिनचर्या प्रभावित
वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बढ़ रहे लगातार पारे ने लोगों की दिनचर्या पर काफी प्रभाव डाला है. दिसंबर महीने में पड़ रही ठंड ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रोहतक में पारा 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और मौसम विभाग के अनुसार 31 दिसंबर तक ठंड से कोई राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
यही नहीं लगातार हो रहे कोहरे और बादलों की वजह से सूरज भी नहीं निकल रहा है. जिसके कारण लोग राहत महसूस कर सकें. लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं.
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