कुरुक्षेत्र: हैफेड हाउस में मानसून से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गई हैं? ये जानने के लिए Etv Bharat ने 'ऑपरेशन गोदाम' की शुरुआत की है. ताकि हर साल जिस तरीके से बारिश में अनाज खराब होता है, उसे बचाया जा सके. आज Etv Bharat की टीम एफसीआई गोदाम और हैफेड के स्टॉक की स्थिति का जायजा लेने कुरुक्षेत्र पहुंची. सबसे पहले हमारी टीम ने कुरुक्षेत्र के झांसा गांव में अनाज गोदाम का जायजा लिया.
ये है हैफेड गोदाम में स्टॉक की स्थिति
- जिले में 2 लाख 84 हजार मीट्रिक टन अनाज स्टॉक में है.
- जिले में लगभग 1 लाख 40 हजार मीट्रिक टन अनाज गोदाम में रखा है.
- लगभग 1 लाख 50 हजार मीट्रिक टन अनाज खुले में रखा है.
- 25 हजार मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम अभी बन रहे हैं.
- खुले में पड़ा अनाज तिरपाल से ढका गया है.
झांसा गांव में गोदाम का जायजा लेने के बाद हमारी टीम ने एफसीआई गोदाम की तरफ रुख किया. वहां जाते ही अधिकारियों ने गोदामों की वीडियो बनाने और कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया. यहां की स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां अधिकारियों की मिलीभगत से कोई घोटाला हो रहा है. शायद यही वजह रही कि हमारी टीम को अंदर जाने नहीं दिया गया.
कैसी है तैयारी?
कुरुक्षेत्र के हैफेड गोदाम की बात की जाए तो यहां बारिश से बचने के लिए कुछ हद तक इंतजाम किए गए हैं. खुले में भी जो अनाज पड़ा है वो तिरपाल या प्लास्टिक से ढका हुआ है. नीचे से पानी ना आए इसके लिए अनाज रखने के लिए ऊंची जगह का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन इन इंतजामों के बावजूद कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें नजरअन्दाज किया गया है जैसे कि जहां अनाज रखा गया है वहां जानवर खुले में घूम रहे हैं. अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने सब इंतजाम ठीक बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया.