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World Milk Day 2022: जल्द बाजार में आएगी स्ट्रिप आधारित जांच किट, कर सकेंगे नकली दूध की पहचान - karnal latest news

करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day 2022) पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस संगोष्ठी में किसानों को क्लीन मिल्क दूध की प्रोसेसिंग, पशुओं की बीमारियों और दूध से बने उत्पादों की मार्केटिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी (World Milk Day celebrate in karnal) गई. पढ़ें पूरी खबरें...

World Milk Day celebrate in karnal
करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन
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Published : Jun 1, 2022, 6:14 PM IST

करनाल: विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day 2022) पर आज बुधवार को करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (National Dairy Research Institute karnal) में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें डेयरी वैज्ञानिक और पशुपालकों ने भाग लिया. इस संगोष्ठी में किसानों को क्लीन मिल्क दूध की प्रोसेसिंग, पशुओं की बीमारियों और दूध से बने उत्पादों की मार्केटिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. इस अवसर पर संस्थान के निदेशक व अन्य वैज्ञानिकों ने मॉडल डेयरी द्वारा निर्मित कम कीमत और सेहत के लिहाज से बेहतर कुल्फी को आम जनता के लिए समर्पित किया.

संस्थान के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने बताया कि इस कुल्फी में दूध एक पूर्ण आहार है और इसमें हमें प्रोटीन विटामिन कार्बोहाइड्रेट के अलावा अन्य तत्व भी मिलते हैं जो शरीर के लिए लाभदायक (World Milk Day celebrate in karnal) हैं. उन्होंने कहा कि हम दूध की प्रोसेसिंग और उसकी मार्केटिंग के बारे में किसानों को लगातार जागरूक कर रहे हैं. डॉ. चौहान ने बताया कि अगर किसान दूध की प्रोसेसिंग करें तो वह ज्यादा मुनाफा कमा सकता है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान उन्नत नस्ल के पशुओं को विकसित करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है.

करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दूध में मिलावट एक बहुत बड़ी चुनौती है. मिलावट दूध के धंधे पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान की ओर से इजाद की गई स्ट्रिप आधारित जांच किट इस वर्ष आम उपभोक्ताओं के लिए बाजार में आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा के स्ट्रिप से जांच के लिए नमूने के तौर पर मात्र 10 एमएल दूध की आवश्यकता होती है और 8 से 10 मिनट में ही परिणाम सामने आ जाता है. डॉ. चौहान ने कहा कि देश के बड़े दुग्ध उद्योगों को यह तकनीक हस्तांतरित की है जिनमें मुख्य रुप से मदर डेयरी-दिल्ली, बेरका-पंजाब, हैव मौर आइस क्रीम-अहमदाबाद, राजस्थान कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन व बिहार मिल्क फेडरेशन शामिल है.

World Milk Day celebrate in karnal
करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन

मॉडल डेयरी के प्रबंधक निदेशक डॉ. ज्ञानचंद ने बताया कि उन्होंने आम जनता के लिए कम कीमत में हाइजेनिक और शुद्ध दूध से कुल्फी तैयार की है जिसे आज लांच किया गया है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी उन्होंने गाय का घी और अन्य डेयरी उत्पादक तैयार किए हैं, जो आम जनता के लिए उपलब्ध है. संगोष्ठी में आई महिला किसान पूनम ने बताया कि वर्तमान समय में पशुपालन आय का एक बेहतर स्रोत है. उसने कहा कि महिलाएं जो घर पर रहती हैं वह इस कार्य को बखूबी कर सकती है और परिवार के लिए अतिरिक्त आमदनी का जरिया बना सकती है.

करनाल: विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day 2022) पर आज बुधवार को करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (National Dairy Research Institute karnal) में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें डेयरी वैज्ञानिक और पशुपालकों ने भाग लिया. इस संगोष्ठी में किसानों को क्लीन मिल्क दूध की प्रोसेसिंग, पशुओं की बीमारियों और दूध से बने उत्पादों की मार्केटिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. इस अवसर पर संस्थान के निदेशक व अन्य वैज्ञानिकों ने मॉडल डेयरी द्वारा निर्मित कम कीमत और सेहत के लिहाज से बेहतर कुल्फी को आम जनता के लिए समर्पित किया.

संस्थान के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने बताया कि इस कुल्फी में दूध एक पूर्ण आहार है और इसमें हमें प्रोटीन विटामिन कार्बोहाइड्रेट के अलावा अन्य तत्व भी मिलते हैं जो शरीर के लिए लाभदायक (World Milk Day celebrate in karnal) हैं. उन्होंने कहा कि हम दूध की प्रोसेसिंग और उसकी मार्केटिंग के बारे में किसानों को लगातार जागरूक कर रहे हैं. डॉ. चौहान ने बताया कि अगर किसान दूध की प्रोसेसिंग करें तो वह ज्यादा मुनाफा कमा सकता है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान उन्नत नस्ल के पशुओं को विकसित करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है.

करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दूध में मिलावट एक बहुत बड़ी चुनौती है. मिलावट दूध के धंधे पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान की ओर से इजाद की गई स्ट्रिप आधारित जांच किट इस वर्ष आम उपभोक्ताओं के लिए बाजार में आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा के स्ट्रिप से जांच के लिए नमूने के तौर पर मात्र 10 एमएल दूध की आवश्यकता होती है और 8 से 10 मिनट में ही परिणाम सामने आ जाता है. डॉ. चौहान ने कहा कि देश के बड़े दुग्ध उद्योगों को यह तकनीक हस्तांतरित की है जिनमें मुख्य रुप से मदर डेयरी-दिल्ली, बेरका-पंजाब, हैव मौर आइस क्रीम-अहमदाबाद, राजस्थान कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन व बिहार मिल्क फेडरेशन शामिल है.

World Milk Day celebrate in karnal
करनाल की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन

मॉडल डेयरी के प्रबंधक निदेशक डॉ. ज्ञानचंद ने बताया कि उन्होंने आम जनता के लिए कम कीमत में हाइजेनिक और शुद्ध दूध से कुल्फी तैयार की है जिसे आज लांच किया गया है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी उन्होंने गाय का घी और अन्य डेयरी उत्पादक तैयार किए हैं, जो आम जनता के लिए उपलब्ध है. संगोष्ठी में आई महिला किसान पूनम ने बताया कि वर्तमान समय में पशुपालन आय का एक बेहतर स्रोत है. उसने कहा कि महिलाएं जो घर पर रहती हैं वह इस कार्य को बखूबी कर सकती है और परिवार के लिए अतिरिक्त आमदनी का जरिया बना सकती है.

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