करनाल: हर तरफ कोरोना ने हाहाकार मचाया हुआ है. हरियाणा में अब हर रोज एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. वहीं करनाल में भी हर रोज बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. वहीं कोरोना के इस बढ़ते खतरे के बावजूद करनाल जिला प्रशासन लापरवाह नजर आ रहा है.
कोरोना काल की शुरुआत में लगी थी सैनिटाइजेशन टनल
जब कोरोना की शुरुआत हुई तो अलग-अलग सरकारी दफ्तरों के बाहर सैनिटाइजेशन टनल लगाई गई थी, ताकि अगर कोई भी व्यक्ति आता है तो वो अपने आप सैनिटाइज हो जाए. हालांकि कुछ दिन बाद ही ये सैनिटाइजेशन टनल दफ्तरों के बाहर बन्द पड़ी मिली.
सरकारी दफ्तर खुले, और टनल पड़ी हैं बंद
टनल बंद हुए कई दिन हो गए हैं. वहीं सरकारी दफ्तर एक बार फिर खुल गए हैं, मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सैनिटाइजेशन टनल अब चलती नहीं है. जब इस बारे में सीएमओ योगेश शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो केमिकल इस्तेमाल हो रहा था वो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता था, इसलिए 10-12 दिनों में ही टनल बंद कर दिए गए.
करनाल शहर में ये सैनिटाइजेशन टनल नगर निगम, जिला सचिवालय, सीएमओ ऑफिस, कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल समेत 6 जगहों पर लगाई थी जिसमें प्रत्येक टनल की कीमत 60 से 70 हजार रुपये थी.
ये भी पढ़ें- पंचकूला में खेलो इंडिया-2021 के साथ होगा ब्रिक्स गेम्स का आयोजन: किरण रिजिजू
इन सैनिटाइजेशन टनल को जब शहर में लगाया गया तो इसके कई फायदे गिनाए गए, लेकिन बेफिजूल में पैसे खर्च करके अब इनको बन्द कर दिया गया. अब सवाल ये है कि प्रशासन के पास क्या कोई और विकल्प नहीं है कि ये सैनिटाइजेशन टनल भी चल जाए और लोगों के शरीर को नुकसान भी ना हो.
करनाल में कोरोना की स्थिति
वहीं सीएम सिटी करनाल में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पिछले कई दिनों से बड़ी संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं. करनाल में कोरोना मरीजों की संख्या 2149 हो गई है. जिले में अब तक 1468 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं. वहीं कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 658 है. करनाल में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 23 हो गई है.
ये भी पढ़ें- करनाल: सोशल मीडिया पर आ रहे अश्लील संदेशो से परेशान महिलाओं ने किया प्रदर्शन