करनाल: करनाल स्थित विकास सदन के सभागार में आज नगर निगम हाऊस की बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 का प्रस्तावित बजट, मौजूद पार्षदों की सहमति से पास हो गया. बैठक की अध्यक्षता महापौर रेणु बाला गुप्ता ने की, जबकि नगर निगम आयुक्त विक्रम भी मौजूद रहे.
संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह ने प्रस्तावित बजट की कार्रवाई प्रारम्भ की. उन्होंने बताया कि बजट विकासोन्मुखी है, क्योंकि इसमें गत वर्ष की अपेक्षा ज्यादा धनराशि रखी गई है. उन्होंने बताया कि नए वित्तीय वर्ष में 155 करोड़ 13 लाख 68 हजार रूपये की प्रस्तावित आय रहेगी, जबकि 174 करोड़ 46 लाख 49 हजार 83 रूपये के व्यय का प्रावधान रखा गया है.
उन्होंने बताया कि समाप्त हो रहे वित्तीय वर्ष में नगर निगम को बीती जनवरी के अंत तक 46 करोड़ 33 लाख 61 हजार रूपये की आय हुई, इसके बाद फरवरी और मार्च दो महीनो में सभी स्रोतों से निगम की आय बढ़ने की उम्मीद है.
नए वित्तीय वर्ष में निगम को किन स्रोतों से आय होगी, इस बारे उन्होंने बताया कि प्रॉपर्टी टैक्स से करीब 50 करोड़ रूपये एकत्र होंगे, जबकि विकास शुल्क से 3 करोड़ 50 लाख रूपये आएंगे. इसी प्रकार स्टैम्प ड्यूटी से 20 करोड़, शॉप रेंट यानि किराए से 2 करोड़ 44 लाख 40 हजार रूपये आएंगे. जन्म एंव मृत्यु प्रमाण पत्र शुल्क, आर.टी.आई. व मूल्य निर्धारण जैसी फुटकर आय से 1 करोड़ 25 लाख तथा बिल्डिंग फीस स्लाटरिंग, मृत पशुओं का ठेका, भूमि की ब्रिकी, रोड कट चार्जिज, लाईसेंस फीस, दुकानो की सेल, विज्ञापन व लीज मनी जैसे अन्य तरीकों से 77 करोड़ 94 लाख 28 हजार रूपये की आय प्रस्तावित की गई है.
उन्होंने आगे बताया कि नए वित्तीय वर्ष के लिए स्थापना, कंटिन्जेंसी, डव्ल्पमेंट वर्कस व मिस्लेनियस आईटम को मिलाकर 174 करोड़ 46 लाख 49 हजार 83 रूपये का व्यय प्रस्तावित किया गया है. उन्होंने नए वित्तीय बजट के सारांश में बताया कि निगम के पास आरम्भिक शेष 65 करोड़ रूपये रहेगा, जबकि 155 करोड़ 13 लाख 68 हजार रूपये की प्रस्तावित आय रहेगी. इनके जोड़ से निगम के पास प्रस्तावित आय के रूप में 220 करोड़ 13 लाख 68 हजार रूपये और व्यय के रूप में 174 करोड 46 लाख 49 हजार 83 रूपये रहेंगे. इस प्रकार आगामी वित्तीय वर्ष के अंत में निगम के पास 45 करोड़ 67 लाख 18 हजार 917 रूपये अंतिम शेष के रूप में प्रस्तावित रहेंगे.
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20 करोड़ रूपये से भी ज्यादा हो सकती है चालू वर्ष में प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली-
बैठक में नगर निगम आयुक्त विक्रम ने बताया कि समाप्त होने जा रहे वित्तीय वर्ष में 20 से 25 करोड़ रूपये के प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली होने की उम्मीद है, जो नगर निगम बनने के बाद अब तक का सबसे ज्यादा है. इसके लिए उन्होंने शहर के नागरिकों के साथ-साथ कर शाखा व निगम कर्मचारियों की सराहना की.
खास बात यह है कि मंगलवार को ही मुख्यालय पर बैठे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई संतोषजनक मीटिंग के हवाले से उन्होंने संकेत दिए कि भविष्य में विभिन्न सरकारी विभागों की ओर बकाया प्रॉपर्टी टैक्स नगर निगम के खजाने में आने की प्रबल उम्मीद है. विज्ञापन को लेकर सरकारी स्तर पर बनाई जा रही नई नीति का जिक्र कर उन्होंने बताया कि इसके बाद ही शहर में विज्ञापन के लिए स्थान दिए जा सकेंगे.
शहर में लगेंगी 25 हजार एलईडी लाईटें-
बैठक में निगमायुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी की ओर से 25 हजार एलईडी लाईटें लगाई जाएंगी, इसमें सभी वार्ड कवर होंगे. बुधवार 31 मार्च को ही इसका टैण्डर खुलने जा रहा है. इसके तहत 16 हजार सोडियम व टी-5 लाईटें बदली जाएंगी तथा 9 हजार ओर लगेंगी. पुरानी लाईटों से बिजली खर्च ज्यादा हो रहा था.
अधूरे विकास कार्य होंगे पूरे-
बैठक में निगमायुक्त ने पार्षदों को एक बार फिर भरोसा दिलाया कि जिस वार्ड में यदि कोई विकास कार्य अधूरा है, उसे हर हाल में पूरा करवाया जाएगा. दूर संचार कंपनियों से शहर की सड़कों के कट के बाद उन्हें दुरूस्त ना करने को लेकर उन्होंने कहा कि कंपनियों को जारी अनुमति के दौरान तय शर्तों का उल्लंघन करने वाली कंपनी की अनुमति रद्द करने के साथ-साथ नुकसान की भी भरपाई करवाई जाएगी.
वार्डों में धनराशि की नहीं रहेगी कमी-
महापौर रेणु बाला गुप्ता ने बताया कि सभी वार्डों में विकास कार्यों के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं रहेगी. कुछ दिन पहले 40 लाख रूपये प्रत्येक वार्ड को दिए गए थे, भविष्य में 1-1 करोड़ रूपये ओर दिए जाएंगे. इससे सभी वार्डों में समान विकास होगा.