हिसार: दो सप्ताह पहले कपड़ों गांव के विक्रम की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. मृतक के परिजन इसे हादसा नहीं हत्या बता रहे हैं. जिसको लेकर उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज कराया. परिजनों ने गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था. लेकिन युवक की मौत के 13 दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया. आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ित परिवार नाराज था.
मृतक युवक दलित समुदाय का था. परिवार सहित तमाम दलित संगठनों में पुलिस के खिलाफ भारी रोष था. इसी रोष के चलते भीम आर्मी की अगुवाई में कई दलित संगठनों के आह्वान पर बुधवार को हिसार बंद बुलाया गया था. बंद के दौरान हिसार लघु सचिवालय पर बड़ी संख्या में दलित समुदाय के लोग इकट्ठा हो गये. लुघ सचिवालय पर लोग नारेबाजी कर रहे थे और लोग लघु सचिवालय के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे.
लघु सचिवाल ये में घुसने के दौरान दौरान पुलिस ने उन्हें गेट पर रोक दिया, जिसको लेकर उनकी पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गई. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई ये झड़प देखते ही देखते बड़ी हो गई. प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस को स्थिति कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े. पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ खदेड़ कर मारा. इस दौरान कई महिलाओं को भी चोट लगी है.