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खेल कोटे का आरक्षण खत्म करने पर बोले विजेंदर सिंह- खिलाड़ियों को सम्मान नहीं मिलेगा तो ये दुर्भाग्यपूर्ण

हरियाणा खेल नीति में बदलाव (change in haryana Sports Policy) ने प्रदेश के खिलाड़ियों को नाराज कर दिया है. खिलाड़ी सरकार के इस नए फैसले से नाराज हैं. ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह और आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने इस फैसले पर विरोध जताया है.

change in haryana Sports Policy
हरियाणा में खेल नीति में बदलाव
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Published : Mar 25, 2022, 10:34 PM IST

Updated : Mar 25, 2022, 10:58 PM IST

हिसार: हरियाणा में ग्रुप A, B और C की सीधी भर्ती में खेल कोटे का आरक्षण (Haryana Sports Quota Reservation) खत्म करने का मामला तूल पकड़ने लगा है. कई बड़े खिलाड़ी और आवॉर्ड विजेता कोच सड़क पर उतर कर अपना विरोध जता रहे हैं. शुक्रवार को प्रदेश भर के खिलाड़ी हिसार में (players protest in hisar) इकट्ठा हुए और सरकार के इस फैसले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय तक पहुंचे. खिलाड़ियों के समर्थन में ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह और आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद भी हिसार पहुंचे.


खिलाड़ियों के समर्थन में नवीन जयहिंद ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने हरियाणा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन सरकार का यह घटिया फैसला है. खेल मंत्री संदीप सिंह खुद एक खिलाड़ी हैं. उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. नवीन जयहिंद ने कहा हम पूरे हरियाणा के खिलाड़ियों के बीच में जाएंगे और खिलाड़ियों को डरने की जरूरत नहीं है. गुस्से के लहजे में नवीन जयहिंद ने मूसल दिखाते हुए कहा कि या तो खेल मंत्री आरक्षण खत्म करने का फैसला वापस ले लें, नहीं तो यह मूसल देख लें.

हरियाणा खेल नीति में बदलाव का हो रहा विरोध.

ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह ने कहा कि सरकार ने ए, बी और सी ग्रुप में स्पोर्ट्स कोटा खत्म कर दिया है. अब सिर्फ ग्रुप डी में स्पोर्ट कोटा है और ग्रुप डी का मतलब यह है कि सरकार चाहती है कि खिलाड़ी चपरासी या फिर दफ्तरों के दरवाजों पर खड़े रहें. खिलाड़ी देश और समाज का मान-सम्मान होते हैं. अगर उनको उनका सम्मान नहीं मिलेगा तो यह देश के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. विजेंदर सिंह ने सभी लोगों और पूर्व खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि सरकार के इस गलत फैसले के खिलाफ खिलाड़ियों के समर्थन में आए.

क्या है मामला- हरियाणा सरकार ने खेल कोटे (Haryana Sports Quota) में मिलने वाली आरक्षण पॉलिसी (Haryana Sports Quota Reservation) में बदलाव करते हुए अफसरों के ग्रुप ए और बी तथा कर्मचारियों के ग्रुप सी की सीधी भर्ती में खेल कोटे का 3 फीसदी आरक्षण खत्म कर दिया है. हालांकि, ग्रुप डी का आरक्षण जारी रहेगा. ग्रुप डी में पहले की ही तरह खेल कोटे का दस प्रतिशत आरक्षण मिलता रहेगा. सरकार के इस फैसले से खेल कोटा अब केवल खेल विभाग तक ही सीमित हो गया है. इस बदलाव के बाद प्रदेश के लगभग 81 विभागों और दो दर्जन के लगभग सरकारी उपकरणों में उच्च वर्ग की नौकरियों में अब खिलाड़ियों की भर्ती का रास्ता बंद हो गया है.

change in haryana Sports Policy
हिसार में खिलाड़ियों के प्रदर्शन में शामिल हुए ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह.

खेल विभाग ने जॉब पॉलिसी में किया था बदलाव- राज्य सरकार ने पिछले साल खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग में ग्रुप ए, बी और सी के 550 पद बनाए थे. सरकार का कहना है कि बेहतर खिलाड़ियों के लिए ग्रुप ए और ग्रुप बी के पद अलग से बना दिए हैं. इसलिए सीधी भर्ती का लाभ कोई नहीं उठा रहा है. इस वजह से तीन प्रतिशत आरक्षण के ये पद खाली ही पड़े रहते हैं. इसी सिलसिले में खेल विभाग ने खिलाड़ियों की जॉब पॉलिसी से एचसीएस-एचपीएस के पद हटाकर खेल विभाग में पद तय किए थे. इसके अनुसार ग्रुप-ए में डिप्टी डायरेक्टर के 50, ग्रुप-बी में सीनियर कोच के 100, ग्रुप-बी में कोच के 150 और ग्रुप-सी में जूनियर कोच के 250 पद निर्धारित बनाये गये थे. इन पदों पर केवल खिलाड़ियों की ही भर्ती की जाएगी.

ये भी पढ़ें: जींद में बीरेंद्र सिंह ने किया बड़ा कार्यक्रम, AAP में जाने की चर्चाओं पर दिया ये जवाब

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हिसार: हरियाणा में ग्रुप A, B और C की सीधी भर्ती में खेल कोटे का आरक्षण (Haryana Sports Quota Reservation) खत्म करने का मामला तूल पकड़ने लगा है. कई बड़े खिलाड़ी और आवॉर्ड विजेता कोच सड़क पर उतर कर अपना विरोध जता रहे हैं. शुक्रवार को प्रदेश भर के खिलाड़ी हिसार में (players protest in hisar) इकट्ठा हुए और सरकार के इस फैसले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय तक पहुंचे. खिलाड़ियों के समर्थन में ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह और आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद भी हिसार पहुंचे.


खिलाड़ियों के समर्थन में नवीन जयहिंद ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने हरियाणा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन सरकार का यह घटिया फैसला है. खेल मंत्री संदीप सिंह खुद एक खिलाड़ी हैं. उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. नवीन जयहिंद ने कहा हम पूरे हरियाणा के खिलाड़ियों के बीच में जाएंगे और खिलाड़ियों को डरने की जरूरत नहीं है. गुस्से के लहजे में नवीन जयहिंद ने मूसल दिखाते हुए कहा कि या तो खेल मंत्री आरक्षण खत्म करने का फैसला वापस ले लें, नहीं तो यह मूसल देख लें.

हरियाणा खेल नीति में बदलाव का हो रहा विरोध.

ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह ने कहा कि सरकार ने ए, बी और सी ग्रुप में स्पोर्ट्स कोटा खत्म कर दिया है. अब सिर्फ ग्रुप डी में स्पोर्ट कोटा है और ग्रुप डी का मतलब यह है कि सरकार चाहती है कि खिलाड़ी चपरासी या फिर दफ्तरों के दरवाजों पर खड़े रहें. खिलाड़ी देश और समाज का मान-सम्मान होते हैं. अगर उनको उनका सम्मान नहीं मिलेगा तो यह देश के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. विजेंदर सिंह ने सभी लोगों और पूर्व खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि सरकार के इस गलत फैसले के खिलाफ खिलाड़ियों के समर्थन में आए.

क्या है मामला- हरियाणा सरकार ने खेल कोटे (Haryana Sports Quota) में मिलने वाली आरक्षण पॉलिसी (Haryana Sports Quota Reservation) में बदलाव करते हुए अफसरों के ग्रुप ए और बी तथा कर्मचारियों के ग्रुप सी की सीधी भर्ती में खेल कोटे का 3 फीसदी आरक्षण खत्म कर दिया है. हालांकि, ग्रुप डी का आरक्षण जारी रहेगा. ग्रुप डी में पहले की ही तरह खेल कोटे का दस प्रतिशत आरक्षण मिलता रहेगा. सरकार के इस फैसले से खेल कोटा अब केवल खेल विभाग तक ही सीमित हो गया है. इस बदलाव के बाद प्रदेश के लगभग 81 विभागों और दो दर्जन के लगभग सरकारी उपकरणों में उच्च वर्ग की नौकरियों में अब खिलाड़ियों की भर्ती का रास्ता बंद हो गया है.

change in haryana Sports Policy
हिसार में खिलाड़ियों के प्रदर्शन में शामिल हुए ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह.

खेल विभाग ने जॉब पॉलिसी में किया था बदलाव- राज्य सरकार ने पिछले साल खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग में ग्रुप ए, बी और सी के 550 पद बनाए थे. सरकार का कहना है कि बेहतर खिलाड़ियों के लिए ग्रुप ए और ग्रुप बी के पद अलग से बना दिए हैं. इसलिए सीधी भर्ती का लाभ कोई नहीं उठा रहा है. इस वजह से तीन प्रतिशत आरक्षण के ये पद खाली ही पड़े रहते हैं. इसी सिलसिले में खेल विभाग ने खिलाड़ियों की जॉब पॉलिसी से एचसीएस-एचपीएस के पद हटाकर खेल विभाग में पद तय किए थे. इसके अनुसार ग्रुप-ए में डिप्टी डायरेक्टर के 50, ग्रुप-बी में सीनियर कोच के 100, ग्रुप-बी में कोच के 150 और ग्रुप-सी में जूनियर कोच के 250 पद निर्धारित बनाये गये थे. इन पदों पर केवल खिलाड़ियों की ही भर्ती की जाएगी.

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Last Updated : Mar 25, 2022, 10:58 PM IST
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