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कोरोना के साथ बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा, देखिए कितना तैयार है हिसार ? - सीजनल बीमारी हिसार

एक तरफ देश में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ अब मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है.

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Published : Jun 8, 2020, 4:37 PM IST

Updated : Jun 17, 2020, 3:15 PM IST

हिसार: एक तरफ देश में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. सरकारी मशीनरी और स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तैयारियों में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ अब मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. मॉनसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां पैर पसारने शुरु कर देती हैं.

ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के लिए मौसमी बीमारियां नई चुनौतियां ला सकती हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया कि मौसमी बीमारियों को लेकर विभाग ने सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं. हिसार स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उनके पास टेस्ट किट से लेकर दवाईयां भरपूर मात्रा में हैं.

कोरोना के साथ बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा, डिप्टी स्पीकर बोले- हैं तैयार हम

जिला मलेरिया अधिकारी और डिप्टी सीएमओ जया गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ वर्कर एक्टिव सर्विलांस पर हैं. विभाग के पास रैपिड डायग्नोस्टिक किट मलेरिया की जांच के लिए आ चुकी है. ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि कोरोना संदिग्धों के साथ मलोरिया के मरीजों की भी जांच की जा सके. डॉक्टर जया गोयल ने बताया कि एंटी लारवा एक्टिविटी भी विभाग की तरफ से चलाई जा रही हैं.

इसके लिए सब सेंटर, पीएचसी, सीएचसी को एक्शन प्लान बनाकर भेजने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि यदि किसी को फीवर की लगातार शिकायत होती है तो उसका तुरंत मलेरिया जांच किया जाता है. यदि वो मलेरिया पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका तुरंत इलाज शुरू किया जाता है.

जानें मौसमी बीमारियों पर प्रशासन की तैयारी

डॉक्टर जया गोयल ने बताया कि जून के महीने में मलेरिया की बीमारी ज्यादा पनपती है. पीएचसी, सीएचसी को प्लान बना कर घर-घर भेजा जाएगा कि किस तरह से मलेरिया से संबंधित एक्टिव सर्विलांस की जानी है. उन्होंने बताया कि जहां पर एलटी नहीं है वहां रैपिड डायग्नोस्टिक किट दी जाती है. डॉ जया गोयल ने बताया कि इंडोर स्प्रे का काम भी किया जा रहा है, जिससे घरों में मच्छर पैदा नहीं होते. उन्होंने बताया कि हिसार जिले में तीन हाई रिस्क जोन है, जिनमें भारत सरकार की तरफ से मच्छरदानियां आई थी जो बांट दी गई हैं.

हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने मौसमी बीमारियों पर कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन इस मौसम में होने वाली अन्य बीमारियों को लेकर भी सरकार अलर्ट है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए निर्देश दिए गए हैं. रणबीर सिंह गंगवा ने बताया कि प्रशासन मलेरिया और डेंगू के मच्छरों के लिए दवाई का छिड़काव करने से लेकर लोगों को कूलर आदि का पानी साफ करने और पानी का ठहराव ना होने देने संबंधी जानकारियां दे रहा है.

ये भी पढ़ें- MSME को दिए गए राहत पैकेज से उद्योगपति नाराज, एक्सपर्ट ने भी बताया नाकाफी

साफ सफाई और सीवरेज व्यवस्था को लेकर डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए काम किए जा रहे हैं, मशीनों के जरिए पानी की निकासी के लिए बनाए गए ड्रेनेज और सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त किया जा चुका है. संबंधित विभाग आपस में समय-समय पर इसके लिए बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एंटी लारवा कैंपेनिंग भी की जा रही है और हेल्थ वर्कर की सहायता से दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है. ग्रामीण स्तर पर पंचायत को फागिंग और दवाइयों का छिड़काव करना होता है. इसके लिए विभाग उन्हें टेक्निकल स्पोर्ट और दवाइयां देता है.

हिसार: एक तरफ देश में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. सरकारी मशीनरी और स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तैयारियों में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ अब मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. मॉनसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां पैर पसारने शुरु कर देती हैं.

ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के लिए मौसमी बीमारियां नई चुनौतियां ला सकती हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया कि मौसमी बीमारियों को लेकर विभाग ने सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं. हिसार स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उनके पास टेस्ट किट से लेकर दवाईयां भरपूर मात्रा में हैं.

कोरोना के साथ बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा, डिप्टी स्पीकर बोले- हैं तैयार हम

जिला मलेरिया अधिकारी और डिप्टी सीएमओ जया गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ वर्कर एक्टिव सर्विलांस पर हैं. विभाग के पास रैपिड डायग्नोस्टिक किट मलेरिया की जांच के लिए आ चुकी है. ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि कोरोना संदिग्धों के साथ मलोरिया के मरीजों की भी जांच की जा सके. डॉक्टर जया गोयल ने बताया कि एंटी लारवा एक्टिविटी भी विभाग की तरफ से चलाई जा रही हैं.

इसके लिए सब सेंटर, पीएचसी, सीएचसी को एक्शन प्लान बनाकर भेजने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि यदि किसी को फीवर की लगातार शिकायत होती है तो उसका तुरंत मलेरिया जांच किया जाता है. यदि वो मलेरिया पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका तुरंत इलाज शुरू किया जाता है.

जानें मौसमी बीमारियों पर प्रशासन की तैयारी

डॉक्टर जया गोयल ने बताया कि जून के महीने में मलेरिया की बीमारी ज्यादा पनपती है. पीएचसी, सीएचसी को प्लान बना कर घर-घर भेजा जाएगा कि किस तरह से मलेरिया से संबंधित एक्टिव सर्विलांस की जानी है. उन्होंने बताया कि जहां पर एलटी नहीं है वहां रैपिड डायग्नोस्टिक किट दी जाती है. डॉ जया गोयल ने बताया कि इंडोर स्प्रे का काम भी किया जा रहा है, जिससे घरों में मच्छर पैदा नहीं होते. उन्होंने बताया कि हिसार जिले में तीन हाई रिस्क जोन है, जिनमें भारत सरकार की तरफ से मच्छरदानियां आई थी जो बांट दी गई हैं.

हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने मौसमी बीमारियों पर कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन इस मौसम में होने वाली अन्य बीमारियों को लेकर भी सरकार अलर्ट है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए निर्देश दिए गए हैं. रणबीर सिंह गंगवा ने बताया कि प्रशासन मलेरिया और डेंगू के मच्छरों के लिए दवाई का छिड़काव करने से लेकर लोगों को कूलर आदि का पानी साफ करने और पानी का ठहराव ना होने देने संबंधी जानकारियां दे रहा है.

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साफ सफाई और सीवरेज व्यवस्था को लेकर डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए काम किए जा रहे हैं, मशीनों के जरिए पानी की निकासी के लिए बनाए गए ड्रेनेज और सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त किया जा चुका है. संबंधित विभाग आपस में समय-समय पर इसके लिए बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एंटी लारवा कैंपेनिंग भी की जा रही है और हेल्थ वर्कर की सहायता से दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है. ग्रामीण स्तर पर पंचायत को फागिंग और दवाइयों का छिड़काव करना होता है. इसके लिए विभाग उन्हें टेक्निकल स्पोर्ट और दवाइयां देता है.

Last Updated : Jun 17, 2020, 3:15 PM IST
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