हिसार: कृषि अध्यादेशों को रद्द करने की मांग को लेकर सिरसा में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व बिजली मंत्री रणजीत सिंह के आवास का घेराव करने के दौरान सैकड़ों किसानों की गिरफ्तारी पर विभिन्न किसान संगठनों ने कड़ा रोष व्यक्त किया है. इस मुद्दे को लेकर विभिन्न किसान संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने हिसार मंडल आयुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों को तुरंत रिहा करने की मांग की.
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही पकड़े गए किसानों को रिहा नहीं किया गया तो किसानों का आंदोलन प्रदेश स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी. आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि सिरसा में किसान धरने पर बैठे हुए शांतिपूर्वक ढंग से आंदोलन कर रहे थे. किसानों ने किसी भी प्रकार की सरकारी संपत्ति को हानि नहीं पहुंचाई. ऐसे में किसानों की गिरफ्तारी उनके संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है.
उन्होंने मांग की है कि धरना स्थल से गिरफ्तार किए गए किसानों को तुरंत प्रभाव से रिहा किया जाए ताकि प्रदेश के किसानों में किसी प्रकार का आक्रोश पैदा न हो. इस मौके पर भारतीय किसान संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष बबलू सहरावता, भारतीय किसान यूनियन से प्रदेश महासचिव दिलबाग हुड्डा, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन से मेहरसिंह बांगड़, किसान सभा से शमशेर सिंह सहित विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे.
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भारतीय किसान संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष बबलू सहरावत ने बताया कि कृषि अध्यादेशों सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर भारतीय किसान संघर्ष समिति व संयुक्त जल संघर्ष समिति की एक संयुक्त बैठक गुरुवार आठ अक्टूबर को क्रांतिमान पार्क में आयोजित की जाएगी, जिसमें आगामी आंदोलन को लेकर विस्तार से चर्चा करते हुए निर्णय लिया जाएगा.