हिसार: हरियाणा में बिजली संकट (power shortage in Haryana) गहराता जा रहा है. गर्मी बढ़ने से बिजली की खपत भी बढ़ गई है जिसकी वजह से लगातार कट लग रहे हैं और आम जनता परेशान है. हिसार शहर में जहां 24 घंटे सप्लाई दी जाती है वहां भी एक 1 घंटे लंबे पावर कट हर रोज चार बार लग रहे हैं. इतनी गर्मी में बिजली जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इतना ही नहीं लोगों को पीने के पानी की भी समस्या बिजली की कमी की वजह से हो रही है. बिजली मंत्री इस किल्लत का कारण अचानक गर्मी बढ़ने से बिजली खपत में बढ़ोतरी को बता रहे हैं लेकिन सच्चाई कुछ और भी है.
इतने भारी बिजली संकट के बीच भी हरियाणा में सभी बिजली यूनिट में बिजली उत्पादन नहीं हो पा रहा है. हिसार में 600-600 मेगावाट की दो यूनिट खेदड़ थर्मल प्लांट (Khedar Thermal Power Plant Hisar) में लगाई गई है. इनमें से एक यूनिट पिछले लंबे समय से बंद है. हरियाणा सरकार ने इसके खराब पार्ट्स को लाने के लिए चीन की कंपनी को काफी समय पहल ऑर्डर भी दे दिया है लेकिन कोरोना, चीन और भारत के रिश्तों के बीच चल रही खटास के कारण ये पार्ट्स नहीं आ पाया.
मानसून से पहले तक प्रदेश में 3000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की आवश्यकता है. इसके लिए लगभग 400 मेगावाट बिजली कम अवधि प्रक्रिया से जल्द मिलने वाली है. साथ ही लंबी अवधि के लिए 500-500 मेगावाट बिजली खरीदी जाएगी. हाईडल पावर प्लांट से बिजली लेने की प्रक्रिया को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा. बिजली निगम महंगी दर पर बिजली खरीद कर उपभोक्ताओं को मुहैया करवा रहा है. बिजली की बढ़ती खपत को पूरा करने के लिए खेदड़ के पावर प्लांट की बंद पड़ी एक यूनिट को भी जल्दी चालू कर बिजली कटों का समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा. मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा
हरियाणा में पिछले साल के मुकाबले इस बार करीब 30 फीसदी बिजली की मांग बढ़ गई. दिन में किसी तरह बिजली मिल जा रही है लेकिन रात में कई घंटे का पावर कट होता है. ये बात खुद बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कही. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि विभाग बिजली की पर्याप्त आपूर्ति के लिए लगातार कोशिश में जुटा है.
प्रदेश में बिजली की 20 फीसदी कमी है. जो करीब 2000 मेगावाट होती है. फिलहाल 19 करोड़ यूनिट बिजली की सप्लाई प्रतिदिन हो रही है. लेकिन रात के वक्त पर्याप्त सप्लाई के लिए हमें करीब 2000 मेगावाट बिजली की जरूरत है. प्रदेश में जल्द ही बिजली की आपूर्ति को पूरा कर लिया जाएगा क्योंकि सरकार और अडानी के साथ समझौता लगभग पूरा हो चुका है. अब प्रदेश को अडानी कंपनी की ओर से 1000 मेगावाट बिजली प्रतिदिन मिलेगी. पी.के. दास, अतिरिक्त मुख्य सचिव, बिजली विभाग
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