गुरुग्राम/फरीदाबादः कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है.एसटीएफ ने अब फरीदाबाद पुलिस के हवलदार को गिरफ्तार किया है जिस पर कौशल गैंग को सूचना लीक करने का आरोप है. ये हवलदार पहले गुरुग्राम एसटीएफ में तैनात था. और इसी हवलदार ने विकास चौधरी और शहर के बाकी कारोबारियों के फोन नंबर कौशल को दिए थे. उसके बाद कौशल ने विकास चौधरी की हत्या की वारदात को अंजाम दिया. इसी सबके बाद उसे स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया था. आज जब कौशल को कोर्ट में पेश किया गया तो उसे अदालत ने 2 दिन की रिमांड पर भेज दिया. गुरुग्राम एसटीएफ का कहना है कि गुरुग्राम में पुलिस की सख्ती होने के बाद कौशल ने फरीदाबाद की तरफ कदम बढ़ाए थे.
ये भी हुए खुलासे
एसटीएफ की पूछताछ में इससे पहले भी कौशल ने कई खुलासे किए हैं. टास्क फोर्स के मुताबिक, कौशल ने 70 से 80 क्रिकेट बुकियों और शहर के नामी व्यापारियों से लाखों की रंगदारी वसूली. 2016 में गैंगस्टर रहे महेश की हत्या की. 2019 में जेडी उर्फ जयदेव की हत्या की और इसके बाद क्रिकेट बुकी विजय बत्रा को मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस सख्त हो गई. तो कौशल ने फरीदाबद की ओर अपने कदम बढ़ाए. और उसके बाद ही विकास चौधरी से एक करोड़ की फिरौती मांगी गई. इसी विवाद में उसे गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया.
कहां-कहां सक्रिय था कौशल गैंग ?
गुरुग्राम, राजस्थान और फरीदाबाद के अलावा यूपी तक में कौशल गैंग का आतंक था. इसके अलावा वो विदेश भागने की फिराक में भी था. गैंगस्टर कौशल के खिलाफ, हत्या, हत्या के प्रयास, लूट और फिरौती के दर्जनों मामले दर्ज हैं. बहरहाल अब कौशल पुलिस की गिरफ्त में है और कोर्ट ने उसे दो दिन की रिमांड पर भेजा है. अब देखना ये होगा कि वो कितने और खुलासे करता है.