गुरुग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में बुधवार को गुरुग्राम पालम विहार (Palam Vihar) से लेकर दिल्ली के द्वारका सेक्टर-21 तक की मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजना पर चर्चा की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने दिल्ली के हिस्से में पड़ने वाली आखिरी डेढ़ किलामीटर दूरी की मेट्रो लाईन को अंडर ग्राउंड करने के बारे में निर्देश दिये. सीएम ने कहा कि अध्ययन करके 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करें. उसके बाद फाईनल विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार होगी.
गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई बैठक में गुरुग्राम में मेट्रो नेटवर्क में 37 किलोमीटर लंबाई की लाईन जोड़ते हुए इसका विस्तार करने की योजना पर चर्चा हुई. इसमें से हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से ओल्ड गुरुग्राम होते हुए साईबर सिटी तक लगभग 28.5 किलोमीटर लंबाई की मेट्रो लाईन बिछाने की परियोजना भारत सरकार के विचाराधीन है, जो कि स्वीकृति के अंतिम चरण में है.
पालम विहार से दिल्ली के सेक्टर-21 तक लगभग 8.4 किलोमीटर लंबाई की लाईन बिछाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. बुधवार को हुई बैठक में चर्चा की गई. यह नई प्रस्तावित लाईन मंजूर होने के बाद गुरुग्राम का काफी हिस्सा मेट्रो कनेक्टिविटी से कवर हो जाएगा. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पालम विहार से सेक्टर-21 द्वारका तक प्रस्तावित मेट्रो लाईन बिछने से पश्चिमी दिल्ली और गुरुग्राम वासियों को काफी लाभ होगा. इस रूट पर यात्रियों की संख्या ज्यादा रहने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. यह प्रस्तावित नया मेट्रो रूट डीएमआरसी की ब्लू लाईन से जुडे़गा.
इनमें गुरुग्राम जिले की सीमा में 4 स्टेशन तथा दिल्ली क्षेत्र में 3 स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं. इनमें दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे. एक पालम विहार स्टेशन और दूसरा द्वारका सेक्टर-21. गुरुग्राम जिला में ये स्टेशन -रेजांगला चौक, चोमा, सेक्टर 110 तथा सेक्टर 111 में बनाए जाने प्रस्तावित हैं. जबकि दिल्ली क्षेत्र में ये स्टेशन- द्वारका सेक्टर-28, द्वारका सेक्टर-25 में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (आईआईसीसी) और द्वारका सेक्टर-21 में बनाए जाएंगे.
इस परियोजना को हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचएमआरटीसी) द्वारा लागू किया जाएगा. बैठक में बताया गया कि नवंबर 2019 में पहली बार इस मेट्रो लिंक का प्रस्ताव तैयार किया गया था. अप्रैल 2020 में हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन(एचएमआरटीसी) द्वारा तकनीकी फिजिबिलिटी का अध्ययन करने के लिए दिया गया. इसकी ड्राफ्ट डीपीआर 8 मई 2020 को तैयार की गई और फाईनल डीपीआर इस वर्ष 11 अप्रैल को सौंपी गई.
बैठक में बताया गया कि यह प्रस्तावित मेट्रो मार्ग 8.4 किलोमीटर लंबा होगा. जिसमें से 4 किलोमीटर भाग-पालम विहार से सेक्टर-111 तक का गुरुग्राम जिले की सीमा में पड़ेगा. जबकि सेक्टर-111 से लेकर दिल्ली के द्वारका सेक्टर-21 तक का 4.4 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली सीमा में होगा. इस परियोजना के निर्माण पर लगभग 2 हजार 281 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी.