फरीदाबाद: हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के पूर्व चेयरमैन धनेश अदलखा (dhanesh adlakha) के समर्थन सैकड़ों की संख्या में स्थानीय निवासी, फार्मेसिस्ट, आरडब्लूए और एनजीओ से जुड़े लोगों ने केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का धन्यवाद किया है. दरअसल कुछ दिन पहले फरीदाबाद से सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने धनश अदलखा का समर्थन किया था. जिसके बाद धनेश अदलखा के समर्थकों ने कार्यालय पहुंचकर उनका धन्यवाद किया
कृष्ण पाल गुर्जर ने किया था धनेश अदलखा का समर्थन- केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर (Krishan pal Gurjar supports Dhanesh Adlakha) ने धनेश अदलखा का समर्थन किया है. सार्वजनिक मंच से धनेश अदलखा का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि 15 से 20 साल तक उन्होंने नगर निगम में निस्वार्थ काम किया और लोगों की सेवा की है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक भी आदमी ऐसा नहीं है जो उनकी इमानदारी पर उंगली उठा सके. जल्द ही सच्चाई सबके सामने आ जाएगी. कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि जांच में सबकुछ साफ हो जाएगा. क्योंकि हरियाणा की मौजूदा सरकार में अपराधी या बेईमान बख्शे नहीं जाएंगे, जबकि ईमानदार लोगों को आंच नहीं आएगी.
धनेश अदलखा पर गिरी थी गाज- बता दें कि बीते दिनों भ्रष्टाचार के एक मामले में हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन रहे (Haryana Pharmacy Council Chairman) धनेश अदलखा, वाइस चेयरमैन सोहल लाल कांसल और रजिस्ट्रार राज कुमार वर्मा को उनके पदों से हटा दिया गया था. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इससे जुड़े आदेश जारी किए थे. इन तीनों के खिलाफ हिसार विजिलेंस ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था, जिसकी जांच चल रही है. इन पर पैसे लेकर फार्मेसी के रजिस्ट्रेशन देने का आरोप है.
निष्पक्ष जांच की मांग- केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय पहुंचे लोगों ने भी धनेश अदलखा का (former chairman of haryana pharmacy council) समर्थन किया. इन लोगों ने केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से निष्पक्ष जांच की मांग की है. केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने धनेश अदलखा को लेकर कहा है कि उन्होंने नगर निगम में निस्वार्थ काम (Krishan Pal Gurjar supported Dhanesh Adlakha) किया. उनके काम को लेकर कभी कोई शिकायत नहीं आई है. जल्द ही सच्चाई सबके सामने आ जाएगी. धनेश अदलखा के समर्थकों ने भी कहा है कि वो मामले से जल्द पाक साफ होकर निकलेंगे, क्योंकि उन्हें फंसाने के लिए साजिश रची गई है. इन सभी लोगों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है.