चंडीगढ़ः हरियाणा में 4 अक्तूबर तक नामांकन होने हैं इसीलिए टिकट के दावेदारों ने अपनी पूरी ताकत टिकट पाने के लिए लगा दी है. लगभग हर पार्टी में टिकट की चाहत रखने वाले नेता आलाकमान को साधने में जुटे हैं. लेकिन हम अगर बात प्रदेश की तीन बड़ी पार्टियों की करें तो सबसे लंबी लाइन बीजेपी ऑफिस के बाहर लगी है और कांग्रेस ऑफिस के बाहर भी जमावड़ा कुछ कम नहीं है. हालांकि इनेलो में उतने दावेदार नहीं दिख रहे हैं क्योंकि उस पार्टी की हालत फिलहाल जरा पतली है.
योगेश्वर दत्त भी मांग रहे बीजेपी से टिकट!
अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने 24 सितंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर चुनाव लड़ने की अपनी मंशा साफ कर दी है. हालांकि ये कयास हैं लेकिन राजनीतिक पंडितों की मानें तो योगेश्वर दत्त का चुनाव मैदान में उतरना लगभग तय है. इसीलिए उन्होंने टिकटों के फाइनल होने से पहले मुख्यमंत्री से दिल्ली में जाकर मुलाकात की.
दीपा मलिक ने भी मांगा टिकट!
जानी-मानी पैरालंपिक खिलाड़ी दीपा मलिक ने मार्च में बीजेपी ज्वाइन की थी और अब उन्होंने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी ये मुलाकात टिकट को लेकर ही थी. हालांकि अभी कुछ साफ नहीं है लेकिन ये माना जा रहा है कि दीपा मलिक चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं और बीजेपी उनकी इस इच्छा को शायद पूरा भी कर दे.
बबीता फोगाट पहले ही जता चुकी हैं इच्छा
बबीता फोगाट ने भी बीजेपी ज्वाइन की है और टिकट की रेस में वो भी शामिल हैं. हालांकि उन्होंने खुलकर अपनी बात नहीं कही है लेकिन दबी जुबान में कई बार अपनी इच्छा जाहिर कर चुकी हैं. कहा जा रहा है कि जेजेपी से उनके रिश्ते भी इसीलिए खराब हुए थे क्योंकि वो लोकसभा का टिकट चाहती थीं जो जेजेपी ने नहीं दिया तो उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली.
ये भी पढ़ें- 2014 में जिन सीटों पर जीत का अंतर 1 हजार वोटों से कम था जानिए उन सीटों पर अब क्या हैं समीकरण ?
कांग्रेस में 90 टिकटों के लिए 1200 दावेदार !
कांग्रेस का टिकट पाने के लिए भी दावेदारों की अच्छी खासी संख्या है. 25 सितंबर तक कांग्रेस ने टिकट के दावेदारों से आवेदन पत्र मांगे हैं और खबर लिखे जाने तक 1200 दावेदारों ने कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदन किया है. ये संख्या अभी और बढ़ सकती है.
ये भी पढ़ें- बबीता फोगाट के बाद अब ये पहलवान भी उतर सकता है 'चुनावी दंगल' में, मनोहर लाल से की मुलाकात
इनेलो में टिकट के लिए उतनी मारामारी नहीं
परिवार टूटने के बाद बिखरी इनेलो में टिकट के लिए उतनी मारामारी नहीं है. क्योंकि पार्टी के ज्यादातर विधायक या तो बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं इनेलो से टूटकर बनी जेजेपी में जा चुके हैं. इसके अलावा लगभग सभी बड़े नेता भी पार्टी से किनारा कर चुके हैं ऐसे में इनेलो अपना वजूद बचाने के लिए लड़ रही है. और नेता इनेलो को डूबता जहाज मानकर टिकट के लिए बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं.