चंडीगढ़ः हरियाणा में 1 अप्रैल से रबी की फसल खरीद शुरू हुई है. मंडियों में खरीद के लिए सरकार ई-खरीद पोर्टल का इस्तेमाल कर रही है. लेकिन इसको लेकर किसानों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. इसीलिए किसान की मंडियों में ऑनलाइन सिस्टम का विरोध कर रहे थे. इसी विरोध को देखते हुए सरकार ने अब ई खरीद पोर्टल पर कुछ बदलाव किए हैं.
ये हुए हैं बदलाव
दरअसल किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कत इस बात की आ रही थी कि कई ऐसे किसानों के पस मंडी से मैसेज पहुंच रहा था जिनकी अभी फसल कटी भी नहीं है और कई ऐसे किसानों के पास मैसेज नहीं जा रहा था जिनकी फसल कटकर बिकने के लिए तैयार है. कई बार तो किसान मंडी में गेहूं लेकर पहुंच जाते थे तो अधिकारी कहते थे कि जब तक मैसेज नहीं आएगा तब तक फसल नहीं खरीदी जाएगी.
इससे किसान काफी परेशान थे तो सरकार ने पहले कहा कि अब बिना नंबर के भी किसान फसल बेच सकते हैं और अब ई खरीद पोर्टल पर बदलाव करते हुए ये प्रावधान किया गया है कि किसान अब खुद तय करेंगे कि उन्हें किस दिन और किस मंडी में फसल लेकर आनी है और बेचनी है. ई खरीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.
इसके बाद किसानों को ई खरीद पोर्टल पर भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो ईटीवी भारत यहां आपको कुछ ऐसे सवालों के जवाब दे रहा है जो ई खरीद पोर्टल के बारे में सबसे ज्यादा पूछे जाते हैं.