चंडीगढ़: हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने आज बिजली विभाग की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को मुस्तैदी और तेजी से काम करने के निर्देश दिए. बैठक के बाद बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को पूरे हरियाणा में लटकती हुई तारों को 15 दिन में हटाने के निर्देश दिए हैं. ऐसा नहीं करने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बिजली मंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता गांव में 24 घंटे बिजली देने की है. कई जिलों में हो रहा है कि डिफाल्टर बिल नहीं भरते उसको रोका जाएगा लेकिन एक साल में इंप्रूवमेंट हुई है लोग बिल भरने लगे हैं. किसानों को अब दो घंटे अतिरिक्त बिजली मिलेगी. दो दिन से बिजली बढ़ा दी है. गांवों में पहले 8 घंटे बिजली थी अब 10 घंटे बिजली मिलेगी. अगले 15 दिन में उनके विभाग के काम करने के नतीजे सामने आने लगेंगे.
उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा के कई इलाके जिनमें बाढड़ा, फतेहाबाद, जींद ,झज्जर आदि शामिल हैं, में लोग बिजली का बिल नहीं भरते थे लेकिन पिछले 1 साल में स्थिति में काफी सुधार हुआ है. सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को रबी सीजन की बिजाई के लिए 10 घंटे बिजली दी जा रही है.
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रणजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा में इस वक्त 40 लाख टन पराली हर साल पैदा होती है. सरकार करीबन 50 लाख टन पराली की खपत की अपनी क्षमता बढ़ा रही है जो अगले साल तक पूरी हो जाएगी. इसके लिए सरकार ने पराली के वैकल्पिक प्रयोग करने के लिए 4 केंद्र बनाए हैं जहां पर पराली का प्रयोग अन्य विकल्पों में किया जाएगा.
बिजली मंत्री ने बताया कि रिन्यूएबल ऊर्जा को बड़े स्तर पर प्रोत्साहन करने की भी योजना विभाग ने बनाई है. हिसार, सिरसा, फतेहाबाद आदि जिलों में ढाणियों में रहने वाले लोगों को 7500 हजार रुपए की लागत पर तीन लाइटें, एक बल्ब और एक मोबाइल चार्जर और सोलर प्लेट्स दी जाएंगी. जगमग योजना पर बोलते हुए रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि योजना काफी अच्छी है और सुधार की जो प्रक्रिया है वह जारी रहेगी.