चंडीगढ़: हरियाणा के गृह मंत्री विज ने नूंह में डीएसपी हत्याकांड को लेकर कहा कि इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा चुका है. हत्याकांड के बाकी आरोपियों को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी. इस मामले में घर-घर जाकर उनकी तलाश की जा रही है. गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन कंपनियां लगाई गई हैं. पुलिस ऑपरेशन क्लीन चला रही है. इसके बाद इस प्रकार की हरकत करने की कोई जुर्रत नहीं कर सकेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बयान पर पलटवार करते हुए अनिल विज ने कहा (Anil Vij statement on DSP murder case) कि उन्हे अपनी सरकार में हुई घटनाएं याद रखनी चाहिए. आज के सभी खनन माफिया हुड्डा सरकार में भी फले-फूले हैं. बीजेपी सरकार तो उन पर सख्ती बरत रही है. कार्रवाई करने गये थे तभी डीएसपी की हत्या की हुई है. नूंह जिले में डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की खनन माफिया द्वारा हत्या (DSP crushed by mining mafia) को लेकर हरियाणा के नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है, ऐसा लगता है यहां सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. सरकार कानून व्यवस्था कायम रखने में नाकाम साबित हो रही है. हुड्डा ने ये भी कहा कि हरियाणा में माफिया राज या तो बेकाबू है या फिर उन्हें सरकार का संरक्षण मिल रहा है.
डीएसपी हत्या मामले में हरियाणा पुलिस ने राजस्थान से डंपर ड्राइवर को गिरफ्तार (dumper driver arrested in haryana dsp murder) किया है. गिरफ्तार डंपर चालक का नाम मित्तर बताया जा रहा है. पुलिस ने मित्तर को राजस्थान में भरतपुर जिले के गंगोरा गांव से गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि इसी मित्तर ने ही डीएसपी सुरेंद्र सिंह को डंपर से कुचलकर मौत के घाट उतारा था. इस मामले में इक्कर नाम के एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. दो आरोपी अभी तक इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं.
परिजनों ने उठाए सवाल: डीएसपी सुरेंद्र सिंह के छोटे भाई अशोक कुमार ने स्थानीय प्रशासन और एसएचओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब डीएसपी को इस मामले की जानकारी थी, तो स्थानीय एसएचओ क्यों नहीं थी? डीएसपी जब मौके पर पहुंच गए तो एसएचओ क्यों मौजूद नहीं थे? डीएसपी के साथ उनका सिक्योरिटी स्टाफ भी था. डंपर में मौजूद लोगों ने उन्हें तमंचे दिखाए तो क्या सिक्योरिटी स्टाफ के पास ऑटोमेटिक बंदूक थी? उन्होंने क्या एक्शन लिया?
क्या है पूरा मामला? हरियाणा के डीजीपी के मुताबिक डीएसपी सुरेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि कुछ लोग तावडू के पचगांव में अवैध खनन कर रहे हैं. सूचना मिलते ही डीएसपी अवैध खनन को रुकवाने के लिए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. डीएसपी अपनी टीम के एक ड्राइवर, दो सुरक्षाकर्मी के साथ मौजूद थे. मौके पर पहुंचने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने खनन माफियाओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की. इस दौरान खनन माफियाओं ने पत्थर से भरा डंपर डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर चढ़ा दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस दौरान डीएसपी के साथ आए सुरक्षाकर्मियों की खनन माफियाओं के साथ मुठभेड़ हुई. जिसमें एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल रही.
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