चंडीगढ़: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में हो रहे विरोध पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस सीएए और एनआरसी का विरोध करती है क्योंकि सीएए संविधान के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि लोगों को नागरिकता दी जा सकती थी. ऐसा पहले भी होता रहा है मगर सरकार ने संसद में यह बिल लाकर जानबूझकर विवाद खड़ा कर दिया. साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि श्रीलंका में हिंदू तमिल के घरों पर कब्जा किया जा रहा है और उन पर जुल्म हो रहे है इसके बारे में सरकार ने कुछ नहीं किया.
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उन्होंने कहा कि सरकार को सामने आकर इसके बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. एनआरसी के चलते लोगों में भय का माहौल बन गया है. कांग्रेस सरकार के खिलाफ है मगर जिस तरह से उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं कांग्रेस उसका समर्थन नहीं करती. उग्र प्रदर्शन में शामिल लोगों के खिलाफ सरकार कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस शांतिपूर्वक तरीके से विरोध के पक्ष में है.
शुक्ला ने आगे कहा कि देश में हालात अच्छे नहीं हैं. आर्थिक तौर पर बड़ी परेशानियां हैं. 5 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं और ढाई करोड़ लोगों की नौकरी जाने वाली है. ऐसे में देश 45 सालों में सबसे खराब दौर में है जबकि सरकार सड़कों पर लड़ाइयां करवा रही है.
राजीव शुक्ला ने सीएए को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर अपना और कांग्रेस का रुख साफ किया है. शुक्ला ने कहा कि सीएए को लेकर सरकार को सामने आकर बताना चाहिए इसमें क्या कुछ है. एनआरसी को लेकर लोगों में लगातार भय का माहौल बना हुआ है जिसको लेकर भी सरकार को स्थिति स्पष्ट करने की आवश्यकता है. कांग्रेस दोनों का विरोध करती है मगर हिंसा के खिलाफ है और शांतिपूर्वक तरीके से लोगों को अपनी बात रखने के हक में है.
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