चंडीगढ़: देशभर में गार्बेज फ्री शहरों के सर्वेक्षण में चंडीगढ़ को 3 स्टार रैंकिंग मिली है. जबकि पिछली बार चंडीगढ़ को एक स्टार से ही संतोष करना पड़ा था. ये रैंकिंग शहरों में कचरे के निष्पादन और साफ-सफाई के आधार पर दी जाती है. इस सर्वेक्षण में देश भर से 141 शहरों को शामिल किया गया था.
इस बारे में बात करते हुए चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा ने बताया कि पिछली बार चंडीगढ़ को 1 स्टार मिला था. जबकि इस साल 3 स्टार रैंकिंग मिली है. इसके लिए वे मेयर राजबाला मलिक, कमिश्नर केके यादव समेत नगर निगम की पूरी टीम को धन्यवाद देते हैं. हम सभी की मेहनत की वजह से चंडीगढ़ को 3 स्टार रैंकिंग मिल पाई है.
प्रतियोगिता के नियम
रविकांत शर्मा ने कहा पहले इस प्रतियोगिता के नियम काफी साधारण थे, लेकिन अब नियमों का दायरा बढ़ा दिया गया है. अब किसी शहर को रैंकिंग देने से पहले उसके कई पहलुओं को देखा जाता है कि वहां कचरे का निष्पादन किस तरीके से हो किया जा रहा है. शहर में साफ सफाई की क्या व्यवस्था है और क्या कुछ सुविधाएं हैं. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही शहर को रैंकिंग दी जाती है.
5 स्टार का लक्ष्य
उन्होंने माना कि इस बार कुछ कमियां रही जिस वजह से चंडीगढ़ को फाइव स्टार रैंकिंग नहीं मिल पाई. जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा कचरे की सैरीगेशन रहा. चंडीगढ़ में अभी तक कचरे की सैरीगेशन का काम पूरा नहीं हो पाया है. चंडीगढ़ में लोगों को हरे और नीले रंग के कचरे के डिब्बे भी बांटे गए थे. ताकि गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग इकट्ठा किया जा सके. लेकिन उसका भी ज्यादा लाभ नहीं हुआ.
जब तक गीला और सूखा कचरा अलग-अलग इकट्ठा नहीं किया जाएगा. तब तक कचरे का निष्पादन भी आसान नहीं हो पाएगा. लेकिन आने वाले दिनों में कचरे की सैरीगेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के डंपिंग ग्राउंड को हटाने का नाम भी जारी है. लॉकडाउन लगने के बाद ये काम कुछ दिनों के लिए रुक गया है. लेकिन इसे फिर से जल्दी ही शुरू किया जाएगा. कंपनी को करीब डेढ़ साल का समय दिया गया है.
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