चंडीगढ़: लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में जगह-जगह रखी गई शराब के स्टॉक में भारी कमी दर्ज की गई, जिसकी जांच अब गृह विभाग द्वारा एसआईटी गठित कर करवाई जा रही है. इसमें अब यह सामने आ रहा है कि आबकारी विभाग व पुलिस विभाग का आपसी तालमेल इस जांच को लेकर नहीं बन पा रहा है.
शराब घोटाले पर गृह मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जो कि विभागीय मंत्री भी हैं, ने अभी तक इस मुद्दे पर उनसे कोई बात नहीं की है. आबकारी विभाग व पुलिस विभाग में तालमेल नहीं बन पा रहा है.
विज ने कहा कि सोनीपत में शराब घोटाले की जांच को लेकर विभागीय मंत्री द्वारा कोई राय मशवरा तो दूर हाल ही में आयोजित हुई कैबिनेट बैठक के दौरान भी इस विषय पर कोई बात नहीं की. उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश का आबकारी विभाग, पुलिस विभाग की किसी भी प्रकार से मदद भी नहीं कर रहा है.
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उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर लिया गया है और इस घोटाले में कोई भी दोषी हो चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों ना हो वह बख्शा नहीं जाएगा. गृह मंत्री ने बताया कि इस एसआईटी टीम में एक प्रशासनिक अधिकारी व एक पुलिस के बड़े अधिकारी के साथ-साथ आबकारी एवं कराधान विभाग के एक अधिकारी को शामिल किया जाएगा.
अनिल विज ने पूरे विश्वास से कहा कि हरियाणा पुलिस जल्द ही इस मामले से जुड़े हर पहलू का खुलासा करेगी और इस संदर्भ में अभी तक 2 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी भाजपा व जजपा गठबंधन की सरकार में धान घोटाले का मामला सामने आ चुका है, जिस पर सदन में काफी हंगामा भी हुआ था. अब देखना यह है कि इस शराब घोटाले पर सरकार द्वारा करवाई जा रही है जांच में क्या सामने आता है क्योंकि इस मुद्दे पर भी सरकार घिरती नजर आ रही है.
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