भिवानी: अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा से चर्चा में रहने वाले नगर परिषद ने मंगलवार को एक शिकायतकर्ता की शिकायत का समाधान करने की बजाय उल्टा उसके खिलाफ ही कार्रवाई करते हुए उसके मकान के सामने बने चबूतरे को तोड़ दिया.
इस घटना के बाद जब क्षेत्र के प्रबुद्ध लोग मौके पर एकत्रित हुए और नगर परिषद चेयरमैन रण सिंह यादव को नप अधिकारियों की कार्यशैली की जानकारी दी तो चेयरमैन मौके पर पहुंचे और अपने अधिकारियों की गलती मानी. चेयरमैन ने इस मामले की जांच करवाकर दोषी अधिकारियों के लिए कार्रवाई की बात कही.
मामला भिवानी के पुराना हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र मकान नं. 174 निवासी वरिष्ठ नागरिक शिक्षाविद दीवान चंद रहेजा ने बताया कि उन्होंने लगभग 2 महीने पहले नगर परिषद को शिकायत देकर मांग की थी कि उसके मकान के सामने से बरसाती पानी की निकासी का सुचारू प्रबंध करवाया जाए, क्योंकि साथ लगते मकान के मालिक ने अतिक्रमण सड़क को अवरुद्ध किया हुआ है.
जिससे बरसाती पानी की निकासी सुचारू ढ़ंग से नहीं हो पा रही और उसके मकान के सामने बरसाती पानी खड़ा रहता है. इस शिकायत पर नगर परिषद ने कोई कार्रवाई नहीं की तो शिकायतकर्ता ने दोबारा से नप अधिकारियों से गुहार लगाई.
रहेजा ने आरोप लगाया कि मंगलवार सुबह नगर परिषद के कर्मचारी जेसीबी लेकर उनके पास पहुंचे और शिकायत के संबंध में जानकारी हासिल की. नगर परिषद के कर्मचारियों ने उनकी शिकायत का समाधान करने की बजाए उनके घर के बाहर बने चबूतरे को जेसीबी से तोड़ना शुरू कर दिया.
नप ने इस संबंध में न तो उन्हें कोई नोटिस दिया और ना ही मौखिक रूप से कुछ बताया जबकि उन्होंने शिकायत दूसरे की की थी. रहेजा ने आरोप लगाया कि नगर परिषद ने उनकी शिकायत को दूर करने की बजाय उनके चबूतरे को तोड़कर उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया है. उन्होंने इस संबंध में सीएम विंडो उपायुक्त से शिकायत करने का फैसला लिया है.
जब क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों ने इस बारे में नप चेयरमैन रणसिंह यादव को अवगत करवाया तो वे मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. चेयरमैन ने इसे अधिकारियों की गलती माना. उन्होंने पीड़ित को आश्वासन दिया कि वे मामले की जांच करवाएंगे और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
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