पथानामथिट्टा: केरल के पथानामथिट्टा जिले में बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया. यहां एक का कुछ दिन पहले ही अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन अब वह जिंदा लौट आया. यह मामला पथानामथिट्टा लाहा मंजाथोटिल आदिवासी कॉलोनी का है, जहां रमन बाबू नाम के व्यक्ति की कथित तौर पर मौत हो गई थी, लेकिन अब वह अपने घर लौट आए हैं. अब यह अजीबो-गरीब मामला सामने आने के बाद पुलिस इस बात की जांच कर रही है, अंतिम संस्कार किसके शव का किया गया.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सबरीमाला निलक्कल में मृत पाए गए, एक अज्ञात व्यक्ति के शव को गलती से पथानामथिट्टा के लाहा मंजथोट में आदिवासी कॉलोनी के रमन बाबू के रूप में दफनाया गया. जानकारी के अनुसार शनिवार को रमन बाबू कोनी कोकाथोट के पास पाए गए. लाहा मंजाथोट कॉलोनी निवासी रमन बाबू इलावुंगल के पास अपने बेटे के साथ रहते थे. कुछ दिन पहले रमन लापता हो गए थे.
पुलिस ने बीती 30 दिसंबर उनके बेटे को जानकारी दी कि निलक्कल में एक अज्ञात शव मिला. सबरीमाला तीर्थयात्रा पथ पर इलावुंकल और निलक्कल के बीच सड़क पर एक बुजुर्ग व्यक्ति का शव पड़ा मिला. जिसके शरीर पर चोट के निशान थे और उसे चींटियों ने काटा हुआ था. पुलिस ने अनुमान लगाया कि शव रमन बाबू का है, जो इलाके का आदिवासी ग्रामीण था. पुलिस ने शिनाख्त के लिए परिवार को बुला लिया.
बताया जा रहा है कि रमन बाबू की याददाश्त कमजोर है और वह कभी भी कहीं भी निकल जाते थे. वैसे तो राम बाबू के बारे में परिजनों ने बताया कि वह अपने आप ही वापस आ जाते थे. लेकिन पुलिस को मिले शव और कपड़ों को देखकर परिजनों को लगा कि वह रमन बाबू हैं. पुलिस का कहना है कि शव को इसलिए उन्हें सौंपा गया, क्योंकि उनके बच्चों ने उन्हें पहचान लिया था.
परिजनों ने घर के पास ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. लेकिन शनिवार को रमन बाबू मनु कोटाम्बरा में पाए गए. रमन बाबू के रिश्तेदार और कोन्नी कोक्कथोट वन स्टेशन के एक चौकीदार हैं. जब रमन बाबू को लेकर वह उनके घर पहुंचे तो वहां मौजूद रिश्तेदार और गांव के लोग हैरान रह गए. अब पुलिस का कहना है कि शव को कब्र से निकालकर दोबारा उसे शिनाख्त के लिए रखा जाएगा.