ETV Bharat / bharat

कर्नाटक : दलित परिवार पर 23 हजार रुपये का जुर्माना, बेटे के मंदिर में घुसने की मिली सजा - punishment to scheduled caste family for entering son's temple

कर्नाटक के कोप्पल जिले के मियापुरा गांव में एक दलित लड़के के माता-पिता पर 23,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है. दरअसल, उनका दो साल का बेटा हनुमान मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए चला गया था. पढ़ें पूरी खबर...

दलित परिवार पर 23 हजार रुपये का जुर्माना
दलित परिवार पर 23 हजार रुपये का जुर्माना
author img

By

Published : Sep 21, 2021, 8:07 PM IST

कोप्पल : आज के आधुनिक युग, जिसमें इंसान ज्ञान-विज्ञान में फतह पा चुका है, ऐसे युग में भी कुछ घटनाएं ऐसी सामने आती हैं जो हमें शर्मशार कर देती हैं. एक ऐसी ही घटना सामने आई है कर्नाटक के कोप्पल जिले से. मियापुरा गांव (Miyapur village) में एक दलित लड़के के माता-पिता पर 23,000 रुपये का जुर्माना ठोक लगया गया है.

जुर्माना लगाने की वजह सिर्फ इतनी थी कि उनका दो साल का बेटा हनुमान मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए चला गया. बच्चे को उसके पिता उसके जन्मदिन पर हनुमान मंदिर ले गए थे. लेकिन यहां दलितों को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है, वे हमेशा बाहर से मंदिर के सामने खड़े होकर प्रार्थना करते हैं. पिता अपने बेटे के साथ बाहर से भगवान की प्रार्थना कर रहा था, लेकिन उत्साह में बच्चा भागकर मंदिर के अंदर चला गया और भगवान से प्रार्थना की और वापस आ गया.

घटना 4 सितंबर की है, जिसके बाद यह एक बड़ा मुद्दा बन गया और ऊंची जाति के ग्रामीणों ने मंदिर में दलित लड़के के प्रवेश के बाद अपवित्र मान लिया. उन्होंने 11 सितंबर को एक बैठक की और माता-पिता से 23,000 रुपये का जुर्माना भरने को कहा है, जिसका इस्तेमाल मंदिर में शुद्धिकरण के लिए किया जाएगा.

हालांकि, जिला प्रशासन को इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस, राजस्व और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को गांव भेज दिया गया है. अधिकारियों ने सभी ग्रामीणों के लिए भेदभाव के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया.

अधिकारियों ने दलित लड़के के माता-पिता पर जुर्माना लगाने के लिए ऊंची जाति के सदस्यों को चेतावनी दी कि अगर वे ऐसा दोहराते हैं तो कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.

पढ़ें : विद्या के मंदिर में घुलता जातिवाद का जहर, नन्हे बच्चे हो रहे परेशान, कलेक्टर मैडम से की शिकायत

कोप्पल के पुलिस अधीक्षक टी. श्रीधर ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और लोगों को चेतावनी दी है. उन्होंने लड़के के पिता से माफी मांगी है. हालांकि पुलिस पीड़ित परिवार को शिकायत दर्ज कराने के लिए मनाने के लिए उनके घर गई, लेकिन समुदाय के बुर्जुगों ने ऐसा नहीं करने का फैसला किया, क्योंकि इससे दुश्मनी पैदा होगी.

कोप्पल : आज के आधुनिक युग, जिसमें इंसान ज्ञान-विज्ञान में फतह पा चुका है, ऐसे युग में भी कुछ घटनाएं ऐसी सामने आती हैं जो हमें शर्मशार कर देती हैं. एक ऐसी ही घटना सामने आई है कर्नाटक के कोप्पल जिले से. मियापुरा गांव (Miyapur village) में एक दलित लड़के के माता-पिता पर 23,000 रुपये का जुर्माना ठोक लगया गया है.

जुर्माना लगाने की वजह सिर्फ इतनी थी कि उनका दो साल का बेटा हनुमान मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए चला गया. बच्चे को उसके पिता उसके जन्मदिन पर हनुमान मंदिर ले गए थे. लेकिन यहां दलितों को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है, वे हमेशा बाहर से मंदिर के सामने खड़े होकर प्रार्थना करते हैं. पिता अपने बेटे के साथ बाहर से भगवान की प्रार्थना कर रहा था, लेकिन उत्साह में बच्चा भागकर मंदिर के अंदर चला गया और भगवान से प्रार्थना की और वापस आ गया.

घटना 4 सितंबर की है, जिसके बाद यह एक बड़ा मुद्दा बन गया और ऊंची जाति के ग्रामीणों ने मंदिर में दलित लड़के के प्रवेश के बाद अपवित्र मान लिया. उन्होंने 11 सितंबर को एक बैठक की और माता-पिता से 23,000 रुपये का जुर्माना भरने को कहा है, जिसका इस्तेमाल मंदिर में शुद्धिकरण के लिए किया जाएगा.

हालांकि, जिला प्रशासन को इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस, राजस्व और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को गांव भेज दिया गया है. अधिकारियों ने सभी ग्रामीणों के लिए भेदभाव के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया.

अधिकारियों ने दलित लड़के के माता-पिता पर जुर्माना लगाने के लिए ऊंची जाति के सदस्यों को चेतावनी दी कि अगर वे ऐसा दोहराते हैं तो कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.

पढ़ें : विद्या के मंदिर में घुलता जातिवाद का जहर, नन्हे बच्चे हो रहे परेशान, कलेक्टर मैडम से की शिकायत

कोप्पल के पुलिस अधीक्षक टी. श्रीधर ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और लोगों को चेतावनी दी है. उन्होंने लड़के के पिता से माफी मांगी है. हालांकि पुलिस पीड़ित परिवार को शिकायत दर्ज कराने के लिए मनाने के लिए उनके घर गई, लेकिन समुदाय के बुर्जुगों ने ऐसा नहीं करने का फैसला किया, क्योंकि इससे दुश्मनी पैदा होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.