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अयोध्या में 22 जनवरी का कार्यक्रम राजनीतिक, प्रधानमंत्री और आरएसएस पर केंद्रित : राहुल गांधी

rahul gandhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को राजनीतिक कर दिया गया है. इसके अलावा इसको पीएम पर केद्रित कर दिया है. उन्होंने उक्त बातें मीडिया से बातचीत में कहीं. ram mandir

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 16, 2024, 3:32 PM IST

Updated : Jan 16, 2024, 4:07 PM IST

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कोहिमा : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में 22 जनवरी के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम को 'राजनीतिक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं आरएसएस का कार्यक्रम' बना दिया गया है और यही कारण है कि पार्टी के प्रमुख नेताओं ने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की स्थिति बहुत अच्छी है और वह इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजित करेगा.

  • #WATCH | On Ram Temple Pran Pratishtha ceremony, Congress MP Rahul Gandhi says, "The RSS and the BJP have made the 22nd January function a completely political Narendra Modi function. It's a RSS BJP function and I think that is why the Congress President said that he would not go… pic.twitter.com/FOCwvm1FBp

    — ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अयोध्या में भगवान राम के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, 'आरएसएस और भाजपा ने 22 जनवरी के कार्यक्रम को पूरी तरह से राजनीतिक, 'नरेंद्र मोदी फंक्शन' बना दिया है. यह आरएसएस और भाजपा का कार्यक्रम बन गया है. यही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे.' उन्होंने कहा, 'हम सभी धर्मों के साथ हैं. हिंदू धर्म से जुड़े सबसे प्रमुख लोगों (शंकराचार्य) ने भी अपने विचार प्रकट किए हैं कि यह एक राजनीति कार्यक्रम है. इसलिए हमारे लिए ऐसे किसी कार्यक्रम में जाना बहुत मुश्किल है जिसे प्रधानमंत्री और आरएसएस की इर्द-गिर्द तैयार किया गया है.'

  • #WATCH | Kohima, Nagaland | Congress MP Rahul Gandhi says, "I see the INDIA alliance placed very well in taking on the BJP in 2024. The Yatra is an ideological Yatra, it is designed to place certain issues on the table - frankly to place on the table huge amount of injustice that… pic.twitter.com/u08IX2Zxuq

    — ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हालांकि राहुल गांधी का कहना था कि कांग्रेस पार्टी का कोई भी व्यक्ति, जो भी दर्शन के लिए जाना चाहता है, वो जा सकता है. विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस) से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, 'यह विचारधारा की यात्रा है. इंडिया अच्छी तरह चुनाव लड़ेगा और जीतेगा... चुनाव अभियान चलाया जाएगा, उसमें हम सभी भाग लेंगे.' राहुल गांधी ने इसी से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, 'इंडिया गठबंधन की स्थिति बहुत अच्छी है. बातचीत अच्छी तरह हो रही है... मुझे लगता है कि ज्यादातर जगह आसान है. मुझे लगता है कि हम सीट बंटवारे और दूसरी चीजों को जल्द पूरा कर लेंगे.'

राहुल गांधी का कहना था कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का लक्ष्य सामजिक न्याय, राजनीतिक न्याय, आर्थिक न्याय की खातिर उनसे जुड़े मुद्दे उठाने के लिए है. एक सवाल पर उन्होंने कहा, 'हमने यात्रा मणिपुर से शुरू की क्योंकि यहां त्रासदी हुई है. प्रधानमंत्री ने मणिपुर आना उचित नहीं समझा, यह शर्मनाक है. प्रधानमंत्री ने नगालैंड से जो वादा किया उसे पूरा नहीं किया.' उन्होंने दावा किया कि नगा समस्या के समाधान के लिए लोगों की बात सुनना और संवाद जरूरी है, लेकिन प्रधानमंत्री ऐसे नहीं कर रहे हैं.

  • #WATCH | Kohima, Nagaland | Congress MP Rahul Gandhi holds a press conference during his Bharat Jodo Nyay Yatra.

    He says, "I wanted this to be a Yatra on foot. But that would have been very long and there was not much time. So, this is a hybrid Yatra..." pic.twitter.com/eLYPqLCgBN

    — ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी. 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान लगभग 6,700 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. यात्रा ज्यादातर बस से हो रही है लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी की जा रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाली थी. उनकी 136 दिन की इस पदयात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4,081 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी.

ये भी पढ़ें - नगालैंड के लोगों को स्वयं को देश के अन्य सभी लोगों के बराबर महसूस करना चाहिए: राहुल गांधी

कोहिमा : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में 22 जनवरी के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम को 'राजनीतिक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं आरएसएस का कार्यक्रम' बना दिया गया है और यही कारण है कि पार्टी के प्रमुख नेताओं ने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की स्थिति बहुत अच्छी है और वह इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजित करेगा.

  • #WATCH | On Ram Temple Pran Pratishtha ceremony, Congress MP Rahul Gandhi says, "The RSS and the BJP have made the 22nd January function a completely political Narendra Modi function. It's a RSS BJP function and I think that is why the Congress President said that he would not go… pic.twitter.com/FOCwvm1FBp

    — ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अयोध्या में भगवान राम के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, 'आरएसएस और भाजपा ने 22 जनवरी के कार्यक्रम को पूरी तरह से राजनीतिक, 'नरेंद्र मोदी फंक्शन' बना दिया है. यह आरएसएस और भाजपा का कार्यक्रम बन गया है. यही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे.' उन्होंने कहा, 'हम सभी धर्मों के साथ हैं. हिंदू धर्म से जुड़े सबसे प्रमुख लोगों (शंकराचार्य) ने भी अपने विचार प्रकट किए हैं कि यह एक राजनीति कार्यक्रम है. इसलिए हमारे लिए ऐसे किसी कार्यक्रम में जाना बहुत मुश्किल है जिसे प्रधानमंत्री और आरएसएस की इर्द-गिर्द तैयार किया गया है.'

  • #WATCH | Kohima, Nagaland | Congress MP Rahul Gandhi says, "I see the INDIA alliance placed very well in taking on the BJP in 2024. The Yatra is an ideological Yatra, it is designed to place certain issues on the table - frankly to place on the table huge amount of injustice that… pic.twitter.com/u08IX2Zxuq

    — ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हालांकि राहुल गांधी का कहना था कि कांग्रेस पार्टी का कोई भी व्यक्ति, जो भी दर्शन के लिए जाना चाहता है, वो जा सकता है. विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस) से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, 'यह विचारधारा की यात्रा है. इंडिया अच्छी तरह चुनाव लड़ेगा और जीतेगा... चुनाव अभियान चलाया जाएगा, उसमें हम सभी भाग लेंगे.' राहुल गांधी ने इसी से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, 'इंडिया गठबंधन की स्थिति बहुत अच्छी है. बातचीत अच्छी तरह हो रही है... मुझे लगता है कि ज्यादातर जगह आसान है. मुझे लगता है कि हम सीट बंटवारे और दूसरी चीजों को जल्द पूरा कर लेंगे.'

राहुल गांधी का कहना था कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का लक्ष्य सामजिक न्याय, राजनीतिक न्याय, आर्थिक न्याय की खातिर उनसे जुड़े मुद्दे उठाने के लिए है. एक सवाल पर उन्होंने कहा, 'हमने यात्रा मणिपुर से शुरू की क्योंकि यहां त्रासदी हुई है. प्रधानमंत्री ने मणिपुर आना उचित नहीं समझा, यह शर्मनाक है. प्रधानमंत्री ने नगालैंड से जो वादा किया उसे पूरा नहीं किया.' उन्होंने दावा किया कि नगा समस्या के समाधान के लिए लोगों की बात सुनना और संवाद जरूरी है, लेकिन प्रधानमंत्री ऐसे नहीं कर रहे हैं.

  • #WATCH | Kohima, Nagaland | Congress MP Rahul Gandhi holds a press conference during his Bharat Jodo Nyay Yatra.

    He says, "I wanted this to be a Yatra on foot. But that would have been very long and there was not much time. So, this is a hybrid Yatra..." pic.twitter.com/eLYPqLCgBN

    — ANI (@ANI) January 16, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी. 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान लगभग 6,700 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. यात्रा ज्यादातर बस से हो रही है लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी की जा रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाली थी. उनकी 136 दिन की इस पदयात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4,081 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी.

ये भी पढ़ें - नगालैंड के लोगों को स्वयं को देश के अन्य सभी लोगों के बराबर महसूस करना चाहिए: राहुल गांधी

Last Updated : Jan 16, 2024, 4:07 PM IST
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