पथानामथिट्टा: केरल पुलिस ने सबरीमला में दर्शन करने आने वाले 10 साल से कम उम्र के बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक विशेष पहल की है. जिसके अंतर्गत पम्पा से पहाड़ पर चढ़ने वाले सभी बच्चों को एक पहचान बैंड दिया जाएगा. पुलिस का यह पहल इसलिए है क्योंकि अगर किसी वजह से कोई बच्चा अपने परिवार या समूह से भटक जाता है तो उसकी पहचान की जा सके.
पहचान बैंड पर बच्चे का नाम और साथ में आने वाले वयस्क का मोबाइल नंबर जैसी संपर्क जानकारी होगी. केरल पुलिस के इस पहल का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. पहचान बैंड की मदद से माता-पिता से जल्दी संपर्क हो सकता है और बच्चे को सुरक्षित रूप से उनके परिवार से मिलाया जा सकेगा.
विशेष पहचान बैंड अन्य भक्तों के लिए भी एक सहायक उपकरण के रूप में काम करेगा. सबरीमला के विशेष अधिकारी के एस बैजू ने पहचान बैंड को तब तक नहीं हटाने के महत्व पर जोर दिया जब तक कि, बच्चा अपनी तीर्थयात्रा पूरी नहीं कर लेता और वापस वाहन में नहीं आ जाता, ताकि पूरी यात्रा के दौरान निरंतर सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
हालांकि, बैंड प्रणाली बच्चों के लिए है, लेकिन 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग भी यदि आवश्यक हो तो इस प्रणाली का लाभ उठा सकते हैं. पंडालम राजा के मुख्यालय के पास स्थित पुलिस महिला हेल्पलाइन से ही पुलिस पंपा के वरिष्ठ नागरिकों को भी बैंड बांधती है.
वहीं, दूसरी तरफ खाद्य सुरक्षा विभाग के दस्तों ने सन्निधानम में बिकने और वितरित होने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है. सन्निधानम के खाद्य सुरक्षा अधिकारी एस संगीथ द्वारा किए गए निरीक्षण में 10 प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किए गए. जब्त किए गए 11 खाद्य नमूनों को निरीक्षण के लिए भेजा गया है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने सन्निधानम में होटलों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, अरवाना प्लांट और अन्नदानम केंद्रों का निरीक्षण किया. खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सन्निधानम में होटलों में काम करने वाले 40 लोगों को खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया गया. उन्हें खाना बनाते समय स्वच्छता बनाए रखने और खाद्य अपशिष्ट और अन्य कचरे को संभालने के तरीकों के बारे में प्रशिक्षित किया गया.
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