नई दिल्ली: 20 नवंबर बुधवार को नारी सशक्तिकरण और सम्पूर्ण मानव जाती के उत्थान के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में दिल्ली के रामलीला ग्राउण्ड (द्वारका सेक्टर-8) में 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की शुरुआत हुई. इस महायज्ञ की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ हुई. इस कलश यात्रा में महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. भक्ति भाव के साथ कलश यात्रा 2 स्थानों से शुरु हुई .पहला द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन और दूसरा पालम से. दोनों यात्रा सेक्टर 8 स्थित रामलीला ग्राउंड में समाप्त हुई.
भ्रूण हत्या रोकने के प्रति किया जागरूक : कलश यात्रा के दौरान विभिन्न तरह की झांकियों को प्रदर्शित किया गया. भ्रूण हत्या के विरोध में प्रदर्शित की गई झांकी ने सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. इसके साथ ही नारी शक्ति के रूप में झाँसी की रानी ने भी सबको ऊर्जान्वित किया. इस भव्य कार्यक्रम में साउथ दिल्ली के सांसद श्री रामवीर सिंह बिधुडी भी सम्मिलित हुए .इनके साथ ही राज्य व देश के अलग अलग हिस्सों से आये लोगों ने भी इस महायज्ञ में हिस्सा लिया.
देशभर से आए प्रकांड विद्वानों द्वारा यज्ञ का आरंभ : यज्ञ सनातन संस्कृति से जुड़े इस श्रेष्ठ कर्म है, जिसे संत, ऋषियों ने संपूर्ण विश्व के कल्याण एवं शांति के लिए एक महत्वपूर्ण और आवश्यक कर्म बताया गया है. जिसे हरिद्वार के प्रकाण्ड विद्वानों द्वारा कराया जा रहा है. वैदिक पद्धति के अनुसार हो रहे इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र को सक्षम, समर्थ एवं समृद्ध बनाना और नारी को सशक्त बनाना है. गायत्री परिवार शांतिकुंज के मार्गदर्शन में देश-विदेश में शृंखलाबद्ध गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.
निःशुल्क सम्पन्न हो रहे विभिन्न संस्कार : महायज्ञ में यज्ञ के साथ विभिन्न संस्कार भी निःशुल्क सम्पन्न किये जा रहे हैं. जिसमें सभी वर्ग, सम्प्रदाय के लोग शामिल हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि एनसीआर सहित निकटवर्ती अनेक राज्यों के सभी वर्ग से जुड़े लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हो रहे हैं. इस भव्य आयोजन में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख श्रद्धेय डॉ० प्रणव पंड्या, श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन में हो रहा है. महायज्ञ में सनातन संस्कृति के युवा संवाहक, प्रखर वक्ता युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या का विशेष उद्बोधन होगा.
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