मिलिए हाथियों की कुलमाता जूही से, जानिए चर्चा का केंद्र बनने की वजह - पलामू न्यूज
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Published : Nov 5, 2023, 12:53 PM IST
पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क में पर्यटकों को घूमने के लिए 1980 के बाद से आधा दर्जन हाथी खरीदे गए थे. 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने हाथियों के व्यावसायिक इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. इसके बाद से पार्क में पर्यटकों को हाथी पर नहीं घुमाया जा रहा है. बेतला नेशनल पार्क पूरे देश में फिलहाल चर्चा का केंद्र बना हुआ है. बेतला नेशनल पार्क की हथिनी जूही को वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2023 का शुभंकर बनाया गया है. दरअसल जूही को 1981 में बिहार के सोनपुर मेला में खरीदा गया था. बेचने वाला व्यक्ति सीतामढ़ी का रहने वाला था. जूही के साथ अनारकली और चंपा नमक हथिनी को भी खरीदा गया था, लेकिन दोनों की दुर्घटना में मौत हो गई. अपनी सहेलियों से बिछड़ने के बाद आज भी जूही बेतला नेशनल पार्क की शान बनी हुई है. अपनी उम्र और व्यवहार के कारण जूही को हाथियों की कुलमाता का दर्जा दिया गया है. जूही बेहद ही शांत स्वभाव की है और पर्यटकों के साथ घुलमिल जाती है. कई मौकों पर उसने बाघ और तेंदुआ की मौजूदगी के बारे में पर्यटकों को अपनी गतिविधि से बताया है। फिलहाल जूही को बेतला नेशनल पार्क में रखा गया है, जहां वनपाल संतोष कुमार सिंह उसकी एक-एक गतिविधि पर मॉनिटरिंग करते हैं. जूही के भोजन को लेकर एक डाइट बना हुआ है, जिसके आधार पर उसे प्रतिदिन खाना दिया जाता है.