नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के शपथ ग्रहण और सरकार गठन को लेकर 19 फरवरी को बैठक की जाएगी. इसमें विधायक दल की बैठक को लेकर समय व तारीख तय होगी. बैठक में शपथ ग्रहण समारोह के इंचार्ज विनोद तावड़े और तरुण चुघ के अतिरिक्त दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा व बीजेपी के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही बैठक के बाद शपथ ग्रहण समारोह की तारीख, समय और जगह की आधिकारिक घोषणा की जाएगी. साथ ही सभी तैयारियों से लेकर मेहमानों की लिस्ट भी फाइनल की जाएगी. 20 फरवरी शाम 4:30 बजे रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा. इससे पहले जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह होना प्रस्तावित था, लेकिन अब इसे रामलीला मैदान कर दिया गया है.
दरअसल, 8 फरवरी को चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा ने दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज कर प्रचंड बहुमत प्राप्त किया था. उसके बाद से सरकार गठन के लिए लगातार भाजपा शीर्ष नेतृत्व के बीच मंथन चल रहा था. बीच में पीएम मोदी की तीन दिवसीय विदेश यात्रा के चलते भी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी. अब बताया जा रहा है कि सीएम का नाम लगभग तय हो गया है और सोमवार को पर्यवेक्षकों की घोषणा कर दी जाएगी. इसके बाद 18 या 19 फरवरी को विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा के बाद 20 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है.
रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण की परंपरा: सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय पर दोपहर 3 बजे विधायकों की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में विधायकों को सुझाव और निर्देश दिए जा सकते हैं. बता दें कि, इससे पहले जब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पहली बार गठबंधन सरकार और दूसरी व तीसरी बार प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई थी तब उन्होंने भी रामलीला मैदान में ही शपथ ग्रहण किया था. अब भाजपा भी रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दिख रही है.
मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर लोगों में उत्सुकता: उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर के लोगों के बीच उत्सुकता बनी हुई है कि आखिर दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा. मुख्यमंत्री के नामों पर लगाए जा रहे कयासों में प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद, जितेंद्र महाजन, विजेंद्र गुप्ता, अभय वर्मा और महिलाओं में रेखा गुप्ता व शिखा राय के नाम शामिल हैं. इन कयासों पर संभवतः 18 या 19 फरवरी को विराम लग जाएगा और मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी. इन नामों के अलावा भाजपा किसी अन्य चेहरे को भी मुख्यमंत्री के रूप में घोषित करके चौंका सकती है.