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बगैर पानी और शैम्पू, बालों को साफ रख सकता है ड्राई शैम्पू - how to use dry shampoo

ड्राई शैम्पू आज के दौर में इंस्टेंट हेयर केयर के रूप में लोगों को काफी भा रहा है. यह एक ऐसा उत्पाद है जिसका इस्तेमाल ऐसे समय में बालों को साफ व खूबसूरत दिखा सकता है जब वे धुले हुए या साफ ना हों, लेकिन उन्हें पानी से धोने व सुखाने के लिए समय ना हो. आइए जानते हैं क्या है ड्राई शैम्पू और इसके इस्तेमाल के फायदे व नुकसान क्या हैं.

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बगैर पानी और शैम्पू , बालों को साफ रख सकता है ड्राई शैम्पू
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Published : Jun 30, 2022, 7:50 PM IST

हर व्यक्ति चाहता कि उसके बाल देखने में सुंदर लगे. लेकिन बालों को रोज धोना हर किसी के लिए संभव नहीं होता. कई बार ऐसा होता है कि आपके बाल धुले हुए ना हों और अचानक आपको किसी मीटिंग में या पार्टी में जाना हो. चूंकि बाल आपकी शख्सियत को बेहतर दिखाने में मदद करते हैं, ऐसे में इस प्रकार की स्थिति में बालों का अच्छा ना दिखना आत्मविश्वास को कम कर सकता है. ऐसी परिस्थिति में ड्राई शैम्पू काफी मददगार हो सकता है.

क्या होता है ड्राई शैम्पू
ड्राई शैम्पू, लिक्विड शैम्पू का एक ऐसा विकल्प है जो मिनटों में बिना पानी और शैम्पू के बालों को साफ कर देता है, यानी उनमें छुपी हुई गंदगी, तथा उनका चिपचिपापन दूर कर देता है. जिससे बाल बिल्कुल धुले हुए, साफ व सुंदर लगते हैं. इस शैम्पू के इस्तेमाल के लिए बालों को गीला करने की जरूरत नहीं होती है. आमतौर पर इसके निर्माण में ऐसे अब्सॉर्बिंग एजेंट का इस्तेमाल किया जाता है जो बालों से धूल और चिकनाई सोख लेते हैं.

ड्राई शैम्पू बाजार में पाउडर और स्प्रे के रूप में मिलता है और सामान्य तौर पर इसमें केमिकल का इस्तेमाल बहुत कम होता है. इसके अलावा केमिकल फ्री और ऑर्गेनिक श्रेणी में भी ड्राई शैम्पू मिलते हैं. यही नहीं बाजार में कलर किए हुए बालों के लिए, यूवी रेज प्रोटेक्टेड तथा सल्फेट पैराबेन फ्री वैरिएंट्स वाले ड्राई शैम्पू भी उपलब्ध हैं.

कैसे होता है इस्तेमाल
ड्राई शैम्पू के इस्तेमाल करने का तरीका बहुत सरल होता है. इसे बालों की जड़ों से लेकर बालों के दूसरे सिरे तक लगाना होता है. यदि पाउडर शैम्पू का इस्तेमाल किया जा रहा है तो इसे लगाने तथा बालों पर फैलाने के लिए ब्रश की सहायता ली जा सकती है. वहीं स्प्रे शैम्पू को बालों की जड़ों से लेकर उनकी पुरी लेंथ तक स्प्रे करना चाहिए. इसे लगाने से पहले यदि बालों को कुछ सेक्शन्स में विभजित कर दिया जाए तो इसे लगाना ज्यादा सरल हो जाता है.

इस शैम्पू को बालों में कम से कम 5 मिनट तक रखना चाहिए. बालों की मोटाई या उनमें चिपचिपेपन की मात्रा को देखते हुए इस अवधि को बढ़ाकर 7 से 10 मिनट भी किया सकता है. इसके उपरांत उंगलियों की बालों की धीरेधीरे मसाज करते हुए बालों की नीचे की तरफ करके उन्हें ब्रश करना चाहिए.

नुकसान और सावधानियां
उत्तराखंड की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ आशा सकलानी बताती हैं कि वैसे तो ड्राई शैम्पू से बालों को सामान्य परिस्थितियों में कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. लेकिन इसके इस्तेमाल के दौरान कुछ बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए, अन्यथा कुछ समस्याएं होने की आशंका हो सकती है. वह बताती हैं कि अगर पाउडर शैम्पू का इस्तेमाल किया जा रहा है तो ध्यान रखना चाहिए कि शैम्पू के कण बालों में विशेषकर उनकी जड़ों में ना छूटे. वहीं चाहे स्प्रे शैम्पू हो या पाउडर एक स्थान पर इसका ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

डॉ आशा कहती हैं कि इसका इस्तेमाल यदि इमरजेंसी में ही किया जाए तो बेहतर होता है. क्योंकि यदि बालों या सिर की सही ढंग से सफाई ना हो तो कई रोग, संक्रमण व समस्याओं के होने का खतरा रहता है. वह बताती हैं कि यदि नियमित रूप या ज्यादा मात्रा में बालों में ड्राई शैम्पू का इस्तेमाल किया जाता रहे तो इसके कण बालों की जड़ों में इकठ्ठा हो सकते हैं, जिससे सिर की त्वचा के रोम छिद्र बंद भी हो सकते हैं. वहीं कई बार इसके ज्यादा या लगातार इस्तेमाल से सिर की त्वचा पर इसमें मौजूद केमिकल्स की परत भी बन सकती है. जिसके चलते बालों की गुणवत्ता पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही सिर की त्वचा में फोड़े-फुंसी, संक्रमण और बालों में रूसी व खुजली सहित कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा इसके ज्यादा इस्तेमाल से बालों में मौजूद प्राकृतिक तेल के कम होने की आशंका भी बढ़ जाती है, जो बालों के बेजान और शुष्क होने का कारण बन सकता है.

वह बताती हैं कि त्वचा और बालों के लिए हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाला तथा त्वचा की प्रकृति के अनुसार ही उत्पाद खरीदना चाहिए. वहीं बहुत जरूरी है कि सिर की सफाई के लिए नियमित अंतराल पर बालों को पानी व माइल्ड शैम्पू से धोया जाए. जिससे बालों में किसी भी प्रकार की गंदगी जमा ना हो पाए. वह कहती हैं कि ड्राई शैम्पू का इस्तेमाल सिर्फ आपातकालीन विकल्प के तौर पर ही किया जाना चाहिए.

हर व्यक्ति चाहता कि उसके बाल देखने में सुंदर लगे. लेकिन बालों को रोज धोना हर किसी के लिए संभव नहीं होता. कई बार ऐसा होता है कि आपके बाल धुले हुए ना हों और अचानक आपको किसी मीटिंग में या पार्टी में जाना हो. चूंकि बाल आपकी शख्सियत को बेहतर दिखाने में मदद करते हैं, ऐसे में इस प्रकार की स्थिति में बालों का अच्छा ना दिखना आत्मविश्वास को कम कर सकता है. ऐसी परिस्थिति में ड्राई शैम्पू काफी मददगार हो सकता है.

क्या होता है ड्राई शैम्पू
ड्राई शैम्पू, लिक्विड शैम्पू का एक ऐसा विकल्प है जो मिनटों में बिना पानी और शैम्पू के बालों को साफ कर देता है, यानी उनमें छुपी हुई गंदगी, तथा उनका चिपचिपापन दूर कर देता है. जिससे बाल बिल्कुल धुले हुए, साफ व सुंदर लगते हैं. इस शैम्पू के इस्तेमाल के लिए बालों को गीला करने की जरूरत नहीं होती है. आमतौर पर इसके निर्माण में ऐसे अब्सॉर्बिंग एजेंट का इस्तेमाल किया जाता है जो बालों से धूल और चिकनाई सोख लेते हैं.

ड्राई शैम्पू बाजार में पाउडर और स्प्रे के रूप में मिलता है और सामान्य तौर पर इसमें केमिकल का इस्तेमाल बहुत कम होता है. इसके अलावा केमिकल फ्री और ऑर्गेनिक श्रेणी में भी ड्राई शैम्पू मिलते हैं. यही नहीं बाजार में कलर किए हुए बालों के लिए, यूवी रेज प्रोटेक्टेड तथा सल्फेट पैराबेन फ्री वैरिएंट्स वाले ड्राई शैम्पू भी उपलब्ध हैं.

कैसे होता है इस्तेमाल
ड्राई शैम्पू के इस्तेमाल करने का तरीका बहुत सरल होता है. इसे बालों की जड़ों से लेकर बालों के दूसरे सिरे तक लगाना होता है. यदि पाउडर शैम्पू का इस्तेमाल किया जा रहा है तो इसे लगाने तथा बालों पर फैलाने के लिए ब्रश की सहायता ली जा सकती है. वहीं स्प्रे शैम्पू को बालों की जड़ों से लेकर उनकी पुरी लेंथ तक स्प्रे करना चाहिए. इसे लगाने से पहले यदि बालों को कुछ सेक्शन्स में विभजित कर दिया जाए तो इसे लगाना ज्यादा सरल हो जाता है.

इस शैम्पू को बालों में कम से कम 5 मिनट तक रखना चाहिए. बालों की मोटाई या उनमें चिपचिपेपन की मात्रा को देखते हुए इस अवधि को बढ़ाकर 7 से 10 मिनट भी किया सकता है. इसके उपरांत उंगलियों की बालों की धीरेधीरे मसाज करते हुए बालों की नीचे की तरफ करके उन्हें ब्रश करना चाहिए.

नुकसान और सावधानियां
उत्तराखंड की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ आशा सकलानी बताती हैं कि वैसे तो ड्राई शैम्पू से बालों को सामान्य परिस्थितियों में कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. लेकिन इसके इस्तेमाल के दौरान कुछ बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए, अन्यथा कुछ समस्याएं होने की आशंका हो सकती है. वह बताती हैं कि अगर पाउडर शैम्पू का इस्तेमाल किया जा रहा है तो ध्यान रखना चाहिए कि शैम्पू के कण बालों में विशेषकर उनकी जड़ों में ना छूटे. वहीं चाहे स्प्रे शैम्पू हो या पाउडर एक स्थान पर इसका ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

डॉ आशा कहती हैं कि इसका इस्तेमाल यदि इमरजेंसी में ही किया जाए तो बेहतर होता है. क्योंकि यदि बालों या सिर की सही ढंग से सफाई ना हो तो कई रोग, संक्रमण व समस्याओं के होने का खतरा रहता है. वह बताती हैं कि यदि नियमित रूप या ज्यादा मात्रा में बालों में ड्राई शैम्पू का इस्तेमाल किया जाता रहे तो इसके कण बालों की जड़ों में इकठ्ठा हो सकते हैं, जिससे सिर की त्वचा के रोम छिद्र बंद भी हो सकते हैं. वहीं कई बार इसके ज्यादा या लगातार इस्तेमाल से सिर की त्वचा पर इसमें मौजूद केमिकल्स की परत भी बन सकती है. जिसके चलते बालों की गुणवत्ता पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही सिर की त्वचा में फोड़े-फुंसी, संक्रमण और बालों में रूसी व खुजली सहित कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा इसके ज्यादा इस्तेमाल से बालों में मौजूद प्राकृतिक तेल के कम होने की आशंका भी बढ़ जाती है, जो बालों के बेजान और शुष्क होने का कारण बन सकता है.

वह बताती हैं कि त्वचा और बालों के लिए हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाला तथा त्वचा की प्रकृति के अनुसार ही उत्पाद खरीदना चाहिए. वहीं बहुत जरूरी है कि सिर की सफाई के लिए नियमित अंतराल पर बालों को पानी व माइल्ड शैम्पू से धोया जाए. जिससे बालों में किसी भी प्रकार की गंदगी जमा ना हो पाए. वह कहती हैं कि ड्राई शैम्पू का इस्तेमाल सिर्फ आपातकालीन विकल्प के तौर पर ही किया जाना चाहिए.

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