नयी दिल्ली: लंबे समय तक कोविड से पीड़ित रहे व्यक्ति के 10 मिनट खड़े रहने के बाद उसके पैर नीले पड़ने का एक असामान्य मामला सामने आया है. इस मामले का उल्लेख 'द लैंसेट' पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में किया गया है. अध्ययन में 33 वर्ष के एक व्यक्ति के मामले का उललेख किया गया है, जिसमें 'एक्रोसायनोसिस' नामक स्थिति विकसित हुई, जिसमें पैरों की नसों में रक्त जमा हो जाता है.
ब्रिटेन के लीड्स विश्वविद्यालय के अध्ययन में कहा गया है कि खड़े होने के एक मिनट बाद, उनके पैर लाल पड़ने लगे और समय के साथ नीले होते गए जबकि नसें अधिक दृष्टिगोचर हो गईं. दस मिनट खड़े होने के बाद रंग अधिक स्पष्ट हो गया, जबकि रोगी ने अपने पैरों में भारीपन, खुजली की अनुभूति होने की शिकायत की. हालांकि, उसके बैठने के दो मिनट बाद मूल रंग बहाल हो गया. शोधकर्ताओं ने अध्ययन में कहा कि मरीज ने बताया कि उसे कोविड-19 संक्रमण के बाद से रंग में बदलाव का अनुभव होना शुरू हो गया था.
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अध्ययन के लेखक एवं विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में एसोसिएट क्लीनिकल प्रोफेसर, मनोज सिवन ने कहा, "यह एक मरीज में 'एक्रोसायनोसिस' का एक मामला था, जिसने अपने कोविड-19 संक्रमण से पहले इसका अनुभव नहीं किया था." रोगी को 'पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम (पीओटीएस) होने का पता चला था जो एक ऐसी स्थिति होती है जिसके कारण खड़े होने पर हृदय गति में असामान्य वृद्धि हो जाती है.लंबे समय तक कोविड से पीड़ित होने से शरीर में कई प्रणालियों के प्रभावित होने की बात सामने आयी है जिसमें तंत्रिका तंत्र ( Nervous system ) भी शामिल है, जो शरीर में हृदय गति ( Heart rate ) , बीपी , श्वसन ( respiration ) , पाचन और यौन उत्तेजना जैसी अनैच्छिक प्रक्रियाओं को रेगुलेट करने के लिए जिम्मेदार है.
(भाषा)