नई दिल्ली: पिछले दिनों विकासपुरी थाने में हुई लूट की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते बताया कि फरियादी ने खुद ही लूट की कहानी रची थी. आरोपी ने बताया है कि उसे बेटी के इलाज के लिए पैसे चाहिए थे और मालिक नहीं दे रहा था, जिसके बाद उसने दोस्तों के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी बनाई.
दरअसल, अजय नाम के व्यक्ति ने विकासपुरी पुलिस को कॉल किया कि बैंक के बाहर से आते वक्त कुछ बदमाशों ने उसके पैसे लूट लिए हैं. चूंकि अजय नीरज नाम के व्यक्ति के ऑफिस में काम करता था, इसलिए नीरज ने भी लूट की जानकारी पुलिस को दी. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की. जांच में पाया गया कि आरोपी ही ने खुद ही लूट की कहानी रची थी.
सीसीटीवी से हुआ खुलासा
जांच के दौरान पुलिस ने बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. जिसमें ये बात साफ हो गई कि अजय ने बैंक में घुसने से पहले बैंक के सुरक्षाकर्मी के फोन से दोस्तों को फोन किया. उसके बाद बाहर आया और स्कूटी से अपने दोनों दोस्तों के साथ वहां से चला गया, थोड़ी देर बाद वे तीनों फिर से आए और अजय की पिटाई की और पैसों से भरा बैग लेकर वहां से फरार हो गए.
बेटी के इलाज के लिए चाहिए थे पैसे
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अजय से सख्ती से पूछताछ की. जिसमें उसने सारे राज का खुलासा कर दिया. उसने बताया कि उसे अपनी बेटी के ऑपरेशन के लिए पैसे की जरूरत थी. उसने अपने मालिक नीरज से पैसे मांगे थे. जब नीरज ने पैसे नहीं दिए तब उसने इस वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई और अपने दो दोस्त रमन और अरुण के साथ वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने अजय के साथ-साथ उसके दोनों साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही वह पैसे भी बरामद हो गए हैं.